kathua terrorist attack : जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के मछेडी-किंडली-मल्हार इलाके में आतंकी हमले में शहीद 25 वर्षीय राइफलमैन आदर्श नेगी का पार्थिव शरीर बुधवार दोपहर में उनके गांव थाती डागर पहुंचा। यहां पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन करने के लिए परिजनों और लोगों भीड़ लग गई। आदर्श के पार्थिव शरीर को देखते ही उसकी मां और बहन रोकर बिलखने लगीं। शहीद को देख हर किसी की आंखें नम थी। अंतिम दर्शन करने के बाद थाती डागर से उनके पैतृक घाट मलेथा तक अंतिम यात्रा निकली। इस दौरान जब तक सूरज चांद रहेगा, आदर्श तेरा नाम रहेगा के नारों से पूरी डागर पट्टी गूंज उठी। सभी ने आदर्श को नम आंखों से विदाई दी।
आदर्श के पैतृक घाट बासापानी मलेथा में सेना के अधिकारियों, डीएम टिहरी मयूर दीक्षित, एसपी टिहरी नवनीत सिंह भुल्लर, देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी, पूर्व विधायक व मंत्री प्रसाद नैथानी, उप जिलाधिकारी सोनिया पंत सहित स्थानीय लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद सैन्य सम्मान के साथ आदर्श को अंतिम विदाई दी गई। जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी कर्नल योगेन्द्र कुमार ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आतंकी हमले में प्रदेश के पांच जवान शहीद और तीन जवान घायल हुए हैं।
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उन्होंने कहा कि दो जवान टिहरी जिले के भी आतंकी हमले में शहीद हुए हैं। कहा कि आदर्श नेगी को अंतिम विदाई देने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। आतंकियों का सफाया करने के लिए सरकार सख्त से सख्त निर्देश जारी करेगी। एक ही परिवार के दो बेटों की शहादत हुई है। बीते 30 अप्रैल को मेजर प्रणव नेगी की भी शहादत हो गई थी। कहा कि दुख का समय है, लेकिन आदर्श और प्रणव ने मां भारती की सेवा करते हुए अपनी शहादत देकर जिले, प्रदेश और देश का नाम रोशन किया है।
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जम्मू-कश्मीर के कठुआ में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए रुद्रप्रयाग के कांडा भरदार निवासी सूबेदार आनंद सिंह रावत को आज सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। पैतृक घाट सूर्यप्रयाग में हजारों लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। आज जैसे ही उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव कांडा भरदार पहुंचा तो परिजन बिलख उठे। शहीद आनंद की पत्नी, मां, भाई और बच्चों सहित अन्य परिजनों ने शहीद के अंतिम दर्शन किए। इसके बाद पार्थिव शरीर को सूर्यप्रयाग घाट लाया गया। यहां शहीद आनंद सिंह रावत को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।