पौड़ी से लेकर टिहरी तक पहाड़ों में आतंक मचाने वाले आदमखोर गुलदार का खात्मा हो गया है। पहले निकला डेथ वारंट, फिर वन कर्मियों ने जंगली शिकारी को कर दिया ढेर। जिस खौफनाक गुलदार ने इंसानी बस्तियों में दहशत फैला रखी थी। उसे हमेशा के लिए सुला दिया गया है। जंगल के जिस मोस्ट वांटेड की तलाश कई दिन से थी। उसका चैप्टर अब क्लोज़ हो गया है।
जी हां, पौड़ी में मासूमों और टिहरी में महिलाओं को निवाला बनाने वाला आदमखोर गुलदार मारा जा चुका है। वन विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद इस आदमखोर को ढेर कर दिया है। करीब दो घंटे तक वन विभाग की टीम गुलदार को शिकंजे में लेने के लिए संघर्ष करती रही। जिसके बाद गुलदार को मार दिया गया। गुलदार के मारे जाने से पहाड़ के लोगों ने राहत की सांस ली। उन्होंने आदमखोर के आतंक का अंत करने के लिए वन विभाग का आभार जताया।
मौत की नींद सो चुका ये वही आदमखोर गुलदार था जो पौड़ी से लेकर टिहरी तक आतंक का दूसरा नाम बन चुका था। जंगल के इस शिकारी ने 10 से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बनाया। आदमखोर गुलदार का शिकार सबसे ज्यादा महिलाएं और बच्चे बने। ये गुलदार दबे पांव आता और घात लगाकर हमला कर देता। टिहरी के नैथाणा गांव में आदमखोर गुलदार ने 3 महिलाओं पर हमला कर दिया था। ये महिलाएं जंगल में घांस काटने के लिए गई थी झाड़ियों के पीछे छिपकर बैठे जंगली शिकारी ने दबेपांव आकर महिलाओं पर हमला कर दिया जिसके बाद घायल महिलाओं को ग्रामीणों की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इस आदमखोर गुलदार ने पौड़ी के श्रीनगर में दो मासूम बच्चों को अपना शिकार बनाया था। जिसके बाद से ही आदमखोर की तलाश सरगर्मी से हो रही थी। वन विभाग की टीम ने गुलदार को पकड़ने के लिए गई पिंजरे लगाए थे। ड्रोन के जरिए गुलदार पर नज़र रखी जा रही थी। वन विभाग की कई टीमें अलग-अलग इलाकों में गश्त कर रही थी। लोगों से भी सतर्क रहने की अपील की जा रही थी। इंसानी बस्तियों में आदमखोर का आतंक इस कदर था कि वन विभाग ने पहले ही उसकी मौत का फरमान जारी कर दिया था। गुलदार की तलाश थी जिंदा या मुर्दा, लेकिन जब इस जंगली शिकारी का आतंक कम नहीं हुआ तो गुलदार को मारने का फैसला किया गया। गुलदार की मौत की ख़बर सुनकर ग्रामीणों की जान में जान आई है। क्योंकि इस गुलदार ने उनका जीना दुश्वार कर दिया था वो पल-पल खौफ के साये में जी रहे थे। लेकिन अब आदमखोर के उस खौफ का अंत हो गया है।