Water Crisis in Uttarkashi : उत्तरकाशी जिले के नगर पालिका बड़कोट में पेयजल किल्लत को लेकर चल रहा धरना अब उग्र रूप लेता जा रहा है। आठ दिनों से तहसील परिसर में चल रहे धरने में गुरुवार को महिलाए भी शामिल हो गईं और उन्होंने पेयजल की समस्या को लेकर आवाज बुलंद की। भीषण पेयजल किल्लत से परेशान नगरवासियों का आक्रोश सड़कों पर दिखाई दिया।
नगरवासियों ने बाजार में जुलूस निकालने के बाद जल संस्थान कार्यालय में तालाबंदी कर दी। सड़कों पर भारी संख्या में उमड़ी महिलाएं, बुजुर्ग और युवाओं ने सरकार से पम्पिंग पेयजल योजना के लिए वित्तीय स्वीकृति की मांग की। बता दें, पालिका क्षेत्र के सातों वार्ड के नगरवासी लंबे समय से पेयजल किल्लत से जूझ रहे हैं। नगरवासी यमुना तिलाड़ी से पेयजल पम्पिंग योजना का निर्माण किए जाने की लगातार मांग कर रहे हैं। इसी मांग को लेकर 6 जून से बड़कोट तहसील स्थल पर क्रमिक धरना दे रहे हैं। आंदोलन में उमड़ी महिलाओं का दर्द भी जलसंस्थान के कर्मचारियों के प्रति भी देखने को मिला।
बता दें, नई टिहरी सहित जिले के विभिन्न क्षेत्रों में पेयजल किल्लत को लेकर जल संस्थान और जल निगम के अधिकारियों की चिंता बढ़ने लगी है। पानी की आपूर्ति के लिए विभागीय स्तर पर टैंकरों की पर्याप्त व्यवस्था भी की गई है। नई टिहरी में पेयजल आपूर्ति के लिए रोस्टर व्यवस्था को रिवाइज किया गया है।
लोगों की जन शिकायत के बाद डीएम मयूर दीक्षित के निर्देश पर जल संस्थान और जल निगम के अधिकारियों ने संयुक्त प्रेस वार्ता की थी। इसमें बताया गया था कि नई टिहरी में पेयजल की रोस्टर व्यवस्था गड़बड़ाने, सरकारी भवनों के दूसरी और तीसरी मंजिल पर पानी न पहुंचने, कई हिस्सों में पेयजल किल्लत बढ़ने और पानी को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों की नाराजगी को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है।
जल संस्थान के ईई का कहना था कि टिहरी झील में टीएचडीसी के पीएसपी के कार्यों के चलते कोटेश्वर झील का जलस्तर 596 मीटर पर आ गया है। इसके चलते जल संस्थान का एक पंप ही चल पा रहा है। नई टिहरी शहर में 6 एमएलडी की मांग के सापेक्ष महज 3 एमएलडी पानी मिल रहा है। पंपिंग क्षेत्र में लो-वोल्टेज के कारण भी आपूर्ति प्रभावित हुई है। जल निगम चंबा के ईई का कहना था कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्रोतों पर पानी घटने से समस्या बढ़ी है। चंबा के लिए नई योजना तैयार कर इस्टीमेट शासन भेजा गया है। कैंपटी को मसूरी पंपिंग योजना से पानी दिया जा रहा है। काणाताल में सुरकंडा पंपिंग योजना से आपूर्ति हो रही है।