kathua terrorist attack : जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आतंकवादियों के हमले में शहीद 22 गढ़वाल रेजिमेंट के जवान विनोद सिंह को सैन्य सम्मान के साथ मुनिकिरेती के पूर्णानंद घाट पर नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई। आतंकी हमले में देवभूमि के पांच शहीदों में से जाखनीधार ब्लॉक टिहरी गढ़वाल के रहने वाले वीर विनोद सिंह के शव को उनके निवास भनियावाला से टिहरी जिले के मुनिकिरेती पूर्णानंद घाट पर ले जाया गया। शहीद की अंतिम यात्रा में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। शहीद की इस यात्रा के गांववासी और शहर के तमाम लोग साक्षी बने। घाट पर विनोद सिंह के चचेरे भाई पंकज नेगी ने चिता को अग्नि दी। बहनों ने भी घाट पर श्रद्धांजलि दी। शहीद विनोद सिंह को सेना के जवानों और अफसरों ने गार्ड ऑफ ऑनर और शस्त्र सलामी दी।
बता दें, कठुआ में घात लगाकर आतंकवादियों ने घिनौनी हरकत कर देवभूमि के पांच वीर सपूतों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। इसमें उत्तराखंड के पांच जवान शहीद हो गए। मंगलवार को पांचों शवों को उत्तराखंड लाया गया, जहां एयरपोर्ट पर श्रद्धांजलि देने के बाद सभी को उनके पैतृक गांव भेज दिया गया था। अंतिम विदाई के दौरान कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, सुबोध उनियाल, कांग्रेस नेता जयेंन्द्र रमोला, राजपाल खरोला और पूर्व सैनिक मौजूद रहे।
जम्मू-कश्मीर के कठुआ में 8 जुलाई को आतंकी हमले में जनपद पौड़ी गढ़वाल के कमल सिंह निवासी तहसील रिखणीखाल और अनुज नेगी निवासी तहसील रिखणीखाल शहीद हो गए थे। 9 जुलाई को शहीद कमल सिंह और अनुज नेगी के पार्थिव शरीर को भारतीय सेना के हेलीकॉप्टर से कोटद्वार लाया गया। यहां से उनके पार्थिव शरीरों को बुधवार को उनके पैतृक निवास स्थानों पर ले जाया गया। वहां पर पौड़ी के एसएसपी लोकेश्वर सिंह और कोटद्वार अपर पुलिस अधीक्षक जया बलोनी ने शहीद जवान कमल सिंह और अनुज नेगी को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद शहीदों का अंतिम संस्कार किया गया।
कमल सिंह वर्ष 2007 और अनुज नेगी वर्ष 2018 में भारतीय सेना के 22वीं गढ़वाल राइफल में भर्ती हुए थे। आज पूरा देश इस प्रकार की घटना से बहुत दुखी है। वहीं, दूसरी ओर ऐसे वीरों से देश खुद को गौरवान्वित महसूस करता है। उत्तराखंड पुलिस परिवार इस दुख की घड़ी में शहीद परिवारों के साथ है।