Fake SIM Card Mastermind Arrested: साइबर क्राइम पर नकेल कसते हुए स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एक बड़ी गुत्थी को सुलझाने में सफलता हासिल की।
एसटीएफ के एसएसपी नवनीत सिंह के नेतृत्व में एसटीएफ ने सोमवार को फर्जी सिम कार्ड उपलब्ध कराने वाले मास्टरमाइंड को हरिद्वार के मंगलौर क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से 1816 सिम कार्ड, 2 चेक बुक, 5 मोबाइल फोन और 2 बायोमेट्रिक डिवाइस बरामद की गई हैं।
आईजी क्राइम एवं कानून व्यवस्था नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि यह पूरा गैंग पिछले एक साल से मंगलौर में एक्टिव था। साथ ही उन्होंने कहा कि यह पूरे देश में ऐसा पहला प्रकरण है, जिसमें सिम कार्ड और ओटीपी दक्षिण एशियाई देशों में भेजे जाते थे।
STF की साइबर थाना पुलिस देहरादून ने महाराष्ट्र के नागपुर से भी सिम बेचने वाले गैंग का खुलासा किया है। पुलिस ने इस गैंग की दो महिलाओं को गिरफ्तार किया था, फिर नोटिस देकर छोड़ दिया था।
पुलिस ने बताया कि दोनों महिलाएं आयुष्मान कार्ड बनाने का कैंप लगाती थीं। इसी की आड़ में वह लोगों का बायोमेट्रिक लेती थीं और उसी से सिम कार्ड एक्टिवेट कर रही थीं। इनके द्वारा एक्टिवेट की गई सिम को कूरियर के जरिए फिलीपींस में बैठे साइबर ठगों को बेचा जाता है।
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एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने रविवार को इस मामले में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि देहरादून निवासी एक पीड़ित की तहरीर पर गत दिवस पहले मुकदमा दर्ज किया गया था।
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