Ankita Bhandari Murder Case: पौड़ी की दिवंगत बेटी अंकिता भंडारी की आज दूसरी बरसी है। दो साल बीतने के बाद भी अंकिता भंडारी हत्याकांड के आरोपियों को कड़ी सजा न मिलने से अंकिता के परिजन मायूस हैं। दिवंगत बेटी का जिक्र आते ही परिजनों की आंखें नम हो जाती हैं।
दो साल में कई त्योहार आए और गए, लेकिन परिजन बेटी को खोने के गम में कोई त्योहार खुशी के साथ न मना सके। वहीं, बीते साल 2023 में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने नर्सिंग कॉलेज डोभ श्रीकोट का नाम अंकिता भंडारी के नाम पर रखने की घोषणा की थी, लेकिन आज तक नर्सिंग कॉलेज का नाम न बदला जा सका।
दिवंगत अंकिता भंडारी के गांव को जाने वाली सड़क आज तक पक्की नहीं हो पाई, जिसका नाम भी अंकिता के नाम से रखा जाना था। ऐसे कई कारण हैं, जिससे परिजनों में मायूसी है। वहीं, पौड़ी विधायक राजकुमार पोरी ने जल्द घोषणाएं पूरी होने की बात कही है।
प्रदेश में घटित हो रहीं महिला अपराध पर अंकिता भंडारी के पिता ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए है। उन्होंने महिला सुरक्षा के प्रति गंभीर कदम उठाने की धामी सरकार से मांग की है।
प्रवर समिति की बैठक में बसपा विधायक ने जताई नाराजगी
उत्तराखंड विधानसभा भवन में प्रवर समिति की बैठक हुई। इसमें विधानसभा अध्यक्ष के साथ-साथ प्रवर समिति के अध्यक्ष और सदस्य मौजूद रहे। कांग्रेस के दोनों विधायक सदस्य बैठक से नदारद रहे। प्रवर समिति की बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए प्रवर समिति के अध्यक्ष व कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि प्रवर समिति की बैठक हुई। इसमें सदस्यों ने कुछ सुझाव दिए, जिनका अधिकारियों ने जवाब दिया।
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कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि अगली बैठक 24 सितंबर को होगी। इसमें और ज्यादा सुझाव आएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में निकाय चुनाव कराने के लिए सरकार तैयार है। बैठक में सदस्य के रूप में आए बसपा के लक्सर से विधायक शहजाद अहमद ने कहा कि बैठक में कोई खास चर्चा नहीं हुई। उन्होंने कहा कि धामी सरकार निकाय चुनावों के परिसीमन और आरक्षण को लेकर अपनी मनमानी कर रही है।
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