Guru Nanak Jayanti 2024: मसूरी में गुरु नानक देव जी की 555वीं जयंती शुक्रवार को धूमधाम के साथ मनाई गई। मसूरी के गांधी चौक और लंढौर बाजार स्थित दोनों गुरुद्वारा को गुरु पर्व पर सजाया गया। इस मौके पर गुरु ग्रंथ साहिब के अखंड पाठ का भी आयोजन किया गया। साथ ही लंगर का भी आयोजन किया गया। श्रद्धालुओं ने गुरु नानक देव का आर्शीवाद लिया। गुरु वाणी के माध्यम से आह्वान किया गया कि गुरु नानक देव जी के बताए रास्ते पर चलें और मेहनत के साथ-साथ जन सेवा करें।
मसूरी के मशहूर इतिहासकार गोपाल भारद्वाज ने भी संपूर्ण देशवासियों को गुरु नानक की जयंती की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि उनके पूर्वजों ने गुरु नानक जी की जन्म कुंडली बनाई थी। उसको मसूरी के लढौर गुरुद्वारा समिति को उपहार रूवस्प भेंट की। गोपाल भारद्वाज ने बताया कि उनके पूर्वज और पिता ने भारत के कई राजनीतिक और धार्मिक हस्तियों की जन्म कुंडली बनाई है। इन सबकी असल प्रतिलिपि आज भी उनके पास मौजूद है।
पूर्व सभासद जसबीर कौर और लाइब्रेरी गुरुद्वारा साहिब समिति के अध्यक्ष कमलजीत सिंह ने कहा कि मसूरी में धूमधाम के साथ गुरु नानक जी का जन्म उत्सव मनाया गया। उन्होंने कहा कि सिख धर्म में कई धार्मिक त्योहारों में से गुरु पर्व भी एक है, जो पहले सिख गुरु और सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव के जन्म और दर्शन को याद कर मनाया जा रहा है। गुरु नानक जयंती कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। इस मौके पर गुरुद्वारे पर विशेष शब्द कीर्तन का आयोजन किया गया।
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उन्होंने बताया कि मसूरी एक ऐसा शहर है, जहां पर भाईचारे का संदेश हर धर्म के लोग देने का काम करते हैं. सभी धर्म के लोग एक-दूसरे का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं और भाईचारे का संदेश देते हैं। उन्होंने कहा कि मसूरी में गुरु नानक जी की जयंती पर आतिशबाजी की गई।
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