Kanwar Name Plate Controversy : कावंड़ यात्रा के मार्ग पर दुकान मालिक का नाम लिखे जाने के उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश के बाद शुरू हुआ विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में अभी रोक लगा दी है। वहीं, हरिद्वार के संतों को अभी भी कोर्ट का फैसला इस मामले के पक्ष में आने की उम्मीद है।
जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरी ने सभी हिंदू दुकानदारों से बड़े-बड़े अक्षरों में अपना नाम लिखने की अपील की है। उनका मानना है कांवड़ मेले में आने वाले शिवभक्त खाने के मामले में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करते हैं, इसलिए उन्हें उम्मीद है कि 26 जुलाई को होने वाली सुनवाई में उनके पक्ष में ही निर्णय आएगा। संतों ने इस निर्णय को पूरे देश में लागू किए जाने की बात कही।
यह भी पढ़ें : Name Plate Controversy : सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर नेताओं की प्रतिक्रिया
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविन्द्र पुरी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भले ही इस मामले में स्टे दिया हो, लेकिन हमें उम्मीद है कि 26 तारीख को फैसला हमारे पक्ष में आएगा। उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि इसमें किसी को आपत्ति भी नहीं होनी चाहिए, क्योंकि सावन मास के दौरान शिव भक्त कांवड़ियां हो या फिर आमजन प्याज, लहसुन तक का सेवन नहीं करते हैं। यदि कोई अपनी पहचान बता कर काम कर रहा है तो इसमें किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए। कहा कि इससे न ही भाईचारा कम होगा और न ही कोई विवाद।
यह भी पढ़ें : Budget 2024: उत्तराखंड को बजट में मिला स्पेशल सहायता पैकेज, सीएम ने जताया आभार