Tehri Garhwal Lok Sabha Election 2024: उत्तराखंड की सभी पांच सीटों पर सुबह 7 बजे से मतदान जारी है। पोलिंग बूथों के बाहर मतदाताओं की लंबी लाइनें लगी हुई हैं। इस बीच, कई जगहों से मतदान के बहिष्कार की खबर सामने आई है। ऐसा ही मामला टिहरी, चमोली और मसूरी जिले से सामने आया है, जहां लोगों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया। आखिर क्या है पूरा मामला, आइए जानते हैं…
लंबगांव में ग्रामीणों ने क्यों किया चुनाव का बहिष्कार?
दरअसल, टिहरी गढ़वाल के नगर पंचायत लंबगांव के वार्ड नंबर 3 और 4 के ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार कर दिया है। दोपहर 12 बजे तक सिर्फ एक वोट पड़ा है। ग्रामीणों में सड़क सहित अन्य विकास कार्य न होने से आक्रोश है।
महिलाएं कर रहीं निगरानी
ग्रामीण महिलाएं पोलिंग बूथ से लगभग 150 से 200 मीटर की दूरी पर डेरा डाल कर निगरानी कर रही हैं कि कौन-कौन वोट डाल रहा है। एसडीएम प्रतापनगर IAS आशिमा गोयल बूथ का निरीक्षण कर सकती हैं। फिलहाल, प्रशासन ग्रामीणों को मनाने में जुटा हुआ है।
मसूरी में सात गांवों में चुनाव का बहिष्कार
मसूरी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत मोटीदार कपलानी में करीब 7 गांवों में चुनाव का बहिष्कार किया गया है। यहां के ग्रामीणों का कहना है कि उनके क्षेत्र में काफी लंबे समय से रोड निर्माण की मांग की जा रही है, लेकिन अभी तक रोड नहीं बन पाई है। इस वजह से लोग काफी परेशान हैं। उनका कहना है कि गांव से लगातार पलायन हो रहा है। कई लोग अपना गांव सड़क न होने के कारण छोड़कर चले गए हैं, परंतु वन विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। इससे लोगों में भारी आक्रोश है।
ग्रामीणों का कहना है कि आज लोकसभा चुनाव को लेकर मतदान किया जाना है, परंतु कई लोग मतदान नहीं कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब रोड ही नहीं तो वोट किस बात का दें। ग्राम प्रधान अमर देव भट्ट ने बताया कि क्षेत्र में सड़क न होने के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जिस वजह से उनमें भारी आक्रोश है।
चमोली में लोगों ने किया चुनाव का बहिष्कार
चमोली जिले के बलाण और देवराडा बूथ पर 12 बजे तक एक भी वोट नहीं पड़ा। यहां लोगों ने नगर पंचायत से देवराडा को हटाने और सड़क की मांग को लेकर लोगों ने चुनाव का बहिष्कार कर दिया। चमोली में दोपहर 2 बजे तक 39 प्रतिशत मतदान हुआ है।
‘सड़क और पुल नहीं, तो वोट नहीं’
उधम सिंह नगर के ग्राम अर्जुनपुर और कोपा बसंता में ग्रामीणों ने ‘सड़क और पुल नहीं तो वोट नहीं’ की मांग को लेकर चुनाव का बहिष्कार किया है। इससे प्रशासन में हड़कंप मच गया। वह अब ग्रामीणों को मनाने में जुटा है। रुद्रपुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम अर्जुनपुर और गदरपुर विधानसभा के कोपा बसंता, कोपा लाला, सेमल चौड़ और कटपुलिया आदि गांव के लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया है।
अर्जुनपुर के मतदाता सड़क ना बनने और हरिपुरा जलाशय क्षेत्र के मतदाता पुल ना बनाए जाने से नाराज थे। अर्जुनपुर स्थित मतदान केंद्र में 1218 मत है, जबकि दोपहर दो बजे तक सिर्फ 30 वोट ही पड़े। इसी तरह, कोपा बसंता मतदान केंद्र में 831 मतदाताओं में से सिर्फ 15 मतदाताओं ने मतदान किया।
ग्रामीणों का आरोप था कि सड़क के नाम पर जनप्रतिनिधियों ने हमेशा उन्हें गुमराह किया। इधर, चुनाव बहिष्कार की जानकारी मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया, जिसके बाद जिला निर्वाचन अधिकारी उदय राज सिंह ने नाराज मतदाताओं को मनाने के लिए पीडब्ल्यूडी और वन विभाग के अधिकारियों को मौके पर जाने के निर्देश दिए हैं।
बग्याली गांव में लोगों ने किया मतदान का बहिष्कार
इससे पहले, चौबट्टाखाल विधानसभा क्षेत्र में विकास खंड एकेश्वर के बगयाली ग्राम पंचायत में लोगों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया था। हालांकि, जब राज्य के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने उन्हें समझाया, तब वे माने और मतदान किए।
सुबह 11 बजे तक 24.83 प्रतिशत मतदान
बता दें कि उत्तराखंड में सुबह 11 बजे तक 24.83 प्रतिशत मतदान हुआ है। यह 2019 में 11 बजे तक हुए 23.5 प्रतिशत मतदान से अधिक है। नैनीताल में 26.46, पौड़ी गढ़वाल में 24.43, हरिद्वार में 26.47, अल्मोड़ा में 22.21 और टिहरी गढ़वाल में 23.23 प्रतिशत मतदान हुआ है। इस बीच, कई बूथों पर ईवीएम के खराब होने की समस्या आई थी, जिसके चलते 10 से 15 मिनट तक मतदान बाधित रहा। हालांकि, अब मतदान सुचारू रूप से जारी है।