Hunger Strike Over Water Crisis: यमुनोत्री धाम का अहम मुख्य पड़ाव और यमुना के तट पर बसा उत्तरकाशी जिले का बड़कोट शहर लंबे समय से जलसंकट से जूझ रहा है। नगरीय पेयजल पम्पिंग योजना की वित्तीय स्वीकृति को लेकर महंत केशवगिरी महाराज 06 जुलाई से भूख हड़ताल पर और नगरवासी अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं। आंदोलकारियों ने धरनास्थल पर यमुना मां से याचना की। पानी के लिए महिलाएं और पुरुष भजन-कीर्तन करते हुए धामी सरकार से अपनी मांगों को जल्द पूर्ण करने की मांग की।
भारी संख्या में लोग दे रहे धरना
नगर पालिका की कई महिलाओं, बुजुर्गों और युवाओं ने धरना स्थल पर पहुंचकर अपना समर्थन देते हुए सरकार से पम्पिंग पेयजल योजना के लिए वित्तीय स्वीकृति की मांग की है। आपको बता दें कि पालिकावासी यमुना नदी के तट तिलाड़ी से पेयजल पंपिंग योजना का निर्माण किए जाने की मांग को लेकर 6 जून से क्रमिक धरने पर थे। समस्या का समाधान न होने पर 6 जुलाई से महन्त केशवगिरी जी महाराज भूख हड़ताल और नगरवासी अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं।
भूख हड़ताल पर बैठे हैं संत केशव गिरी महाराज
आंदोलनकारियों का कहना है कि नगर पालिका क्षेत्र के सभी वार्डों के नगरवासी पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। सभी यमुना नदी से 72 करोड़ की पम्पिंग पेयजल योजना की वित्तीय स्वीकृत की मांग करते आ रहे है, आंदोलनकारियों ने कहा कि जब तक स्वीकृति नहीं मिल जाती, हड़ताल जारी रहेगी। हड़ताल में बैठे केशव गिरी महाराज को समर्थन देने पहुंची उपराडी गांव की महिलाएं इस बीच रोते हुए भी नजर आईं।
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