उत्तराखंड का पौड़ी जिला इन दिनों तेंदुओं के खौफ में हैं। आए दिन अलग-अलग इलाकों में तेंदुए की चहलकदमी देखने को मिलती है।
आदमखोर तेंदुओं के आतंक को देखते हुए वन विभाग की टीम भी अलर्ट मोड पर है। लगातार सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं। तेंदुए पकड़ में तो आते हैं। लेकिन तब तक फिर कोई तेंदुआ रिहायशी इलाकों में चला आता है और इंसानों पर हमले बोलने लगता है। लेकिन ऐसे तेंदुओं को अब पकड़ेगी रानी।
रानी वन विभाग की टीमों को उन तेंदुओं तक पहुंचाएगी। जो आतंक का दूसरा नाम बने हुए हैं और जिनके हमलों से पौड़ी और आसपास के इलाके दहशत में हैं।
रानी कोई और नहीं,वन विभाग की फुर्तीली और अपने काम में एक्सपर्ट फीमेल स्निफर डॉग है।
राजाजी टाइगर रिजर्व की स्निफर डॉग रानी को लेकर वन विभाग की टीमें शहर से लेकर घने जंगलों तक में सर्च ऑपरेशन चला रही हैं। मकसद यही है कि दिन रात हमलों के बाद छिपे तेंदुओं तक पहुंचा जा सके और उन्हें शिंकजे में लेकर इंसानी बस्तियों से बहुत दूर छोड़ा जा सके।
स्निफर डॉग रानी अपने काम में जुटी है। इस बीच एक नया सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। जिसमें एक तेंदुआ श्रीनगर के बेस अस्पताल की गैलरी में नजर आ रहा है। ये तेंदुए कॉरीडोर में आराम से चहलकदमी करता दिख रहा है।
कुछ दिन पहले पौड़ी जिले के श्रीनगर में एक के बाद एक कई तेंदुए देखे जाने का दावा लोगों ने किया था। वन विभाग को इसकी खबर भी दी थी। लेकिन तेंदुए लगातार पकड़ से बाहर होने के बाग वन विभाग को रानी की याद आई और रानी की मदद से तेंदुओं को तलाशने का ऑपरेशन शुरू हो गया।
राजाजी टाइगर रिजर्व की स्निफर डॉग अपने काम के लिए पहले से चर्चित है। वो कभी अपने काम को अधूरा नहीं छोड़ती। सूंघने की अपनी शक्ति से रानी पहले भी तेंदुए जैसे कई खूंखार जंगली जानवरों को पिंजरे के पीछे पहुंचवा चुकी है।
DFO अनिरुद्ध स्वप्निल ने बताया कि स्निफर डॉग रानी जर्मन शेफर्ड ब्रीड की है। रानी लंबे समय से वन विभाग को अपनी सेवाएं दे रही है। वन विभाग को भरोसा है कि रानी की मदद से अब पौड़ी में खुलेआम घूम रहे तेंदुओं को पकड़ा जा सके। अधिकारी लोगों से भी अपील कर रहे हैं कि वो सावधान और सतर्क रहें लेकिन पैनिक ना करें।