श्रेष्ठ उत्तराखण्ड (ShresthUttarakhand) | Hindi News

Follow us

Follow us

Our sites:

|  Follow us on

ब्रह्मलीन पायलट बाबा के उत्तराधिकारी की घोषणा, केको आईकोवा संभालेंगी पदभार

श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े वरिष्ठ महामण्डलेश्वर ब्रह्मलीन स्वामी पायलट बाबा के उत्तराधिकारी की घोषणा आज कर दी गई है। कनखल स्थित पायलट बाबा आश्रम में इस आशय की घोषणा जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि महाराज ने की।
Yogmata Keko Aikawa

Yogmata Keko Aikawa: श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के वरिष्ठ महामण्डलेश्वर ब्रह्मलीन महायोगी पायलट बाबा के उत्तराधिकारी की आज शुक्रवार को घोषणा कर दी गई है। पायलट बाबा की शिष्या योगमाता साध्वी कोकिला माता (केको आईकोवा) को उनका उत्तराधिकारी घोषित किया गया है। इसके साथ ही उन्हें पायलट बाबा आश्रम ट्रस्ट का अध्यक्ष बनाया गया है।

महामंडलेश्वर चेतना माता और महामंडलेश्वर श्रद्धा माता को संयुक्त रूप से महामंत्री बनाया गया है। इस कमेटी में बाबा के अन्य शिष्यों को भी शामिल किया जाएगा, जिसका पूरा अधिकार समिति का होगा।

शुक्रवार को पायलट बाबा आश्रम में हुई बैठक में बाबा के सभी उत्तराधिकारियों ने प्रतिभाग किया। बैठक में जूना अखाड़े की ओर से अखाड़े के संरक्षक श्रीमहन्त हरिगिरि सहित तमाम बड़े पदाधिकारी भी मौजूद रहे।

श्रीमहन्त हरिगिरि ने कहा कि आज पायलट बाबा आश्रम में बाबा के सभी शिष्यों और उत्तराधिकारियों के साथ बैठक की गई। जिसमें उन्हीं की ओर से प्रस्ताव रखा गया।

जिसमें महामंडलेश्वर केको आईकावा और महामंडलेश्वर चेतना माता व महामण्डलेश्वर श्रद्धा माता के नाम का प्रस्ताव आया। जिसपर महामंडलेश्वर केको आईकावा माता को अध्यक्ष बनाते हुए समिति में दोनों महामण्डलेश्वर को संयुक्त रूप से महामंत्री बनाया गया है।

कौन हैं योग माता केको आईकावा

योगमाता केको आईकावा हिमालय में ध्यान और योग की अंतिम अवस्था प्राप्त करके सिद्ध गुरु बनने वाली पहली और एकमात्र महिला व विदेशी महिला भी हैं।

40 से अधिक वर्षों से ध्यान और योग पर एक विशेषज्ञ के रूप में उन्होंने जापान में इन प्रथाओं को पोषित करने में सक्रिय रूप से भाग लिया है। 1985 में योगमाता केको आईकावा जूना अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक हरि गिरि महाराज से मुलाकात की और उनके मार्गदर्शन में हिमालय में 5,000 से 6,000 मीटर की ऊंचाई पर कठोर प्रशिक्षण प्राप्त किया।

1991 से 2007 तक, उन्होंने सत्य को प्रमाणित करने और विश्व शांति को बढ़ावा देने के लिए पूरे भारत में समाधि के अठारह सार्वजनिक दर्शन किए। वर्ष 2007 में योगमाता केको आईकावा को भारत के सबसे बड़े आध्यात्मिक तप संघ जूना अखाड़ा से “महामंडलेश्वर” की उपाधि मिली।

रील का नशा! मोबाइल को बचाने के लिए ट्रेन से कूदा युवक, टूटा हाथ


संबंधित खबरें

वीडियो

Latest Hindi NEWS

accident in mussoorie | car accident in mussoorie |
मसूरी में अनियंत्रित होकर कार खाई में गिरी, युवती सहित तीन लोग घायल
asaduddin owaisi | kali sena chief swami anand swaroop | cm pushkar singh dhami |
ओवैसी के 15 मिनट वाले बयान पर साधु-संत नाराज, उन्हीं की भाषा में दिया जवाब
guru nanak jayanti | cm pushkar singh dhami |
धूमधाम से मनाई गई गुरु नानक देव की जयंती, मशहूर इतिहासकार ने दी महत्वपूर्ण जानकारी
kedarnath byelection 2024 | cm pushkar singh dhami |
कांग्रेस ने दिल्ली केदारनाथ मंदिर मामले को दिया तूल तो तीर्थ पुरोहितों ने दिया जवाब
land mafia eye on dilaram state | mussoorie dilaram state |
भूमाफिया के हौसले बुलंद, दिलाराम स्टेट के गेट पर लगाया ताला, लोगों ने किया हंगामा
kartika purnima ganga snan | ganga snan | har ki pauri |
कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान के लिए उमड़े श्रद्धालु, जानिए आज के दिन का महत्व