Akhilesh Yadav Effigy Burnt in Haridwar: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव द्वारा संतों को मठाधीश और माफिया कहे जाने से संतों में आक्रोश है। आज संत समाज ने कनखल के चौक बाजार में अखिलेश यादव का पुतला दहन किया और उनको चेतावनी दी कि अगर उन्होंने अपने बयान के लिए संतों से और सार्वजनिक तौर पर माफी नहीं मांगी तो अखिलेश यादव के पूरे देश भर में फूंके जाएंगे और उनके खिलाफ एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
“अखिलेश यादव सार्वजनिक रूप से मांगे माफी“
महामंडलेश्वर रूपेंद्र प्रकाश का कहना है कि अखिलेश यादव ने हमारे सनातन धर्म के प्रहरी पूज्य संतों के बारे में जिस प्रकार की टिप्पणी की है, वह बहुत ही अशोभनीय है। हम उनकी निंदा करते हैं। उन्हें सारे संत समाज से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। वह कल लीपा पोती कर रहे थे कि मेरी यह टिप्पणी संतों पर नहीं थी।
महामंडलेश्वर ने कहा कि अखिलेश यादव ने सफाई दी कि मैंने यह टिप्पणी योगी आदित्यनाथ के लिए की है। योगी आदित्यनाथ भी गोरखपुर मठ के महंत हैं। अगर वह आदित्यनाथ को भी ऐसा कह रहे हैं तो यह संत समाज का अपमान है। यह संत समाज बर्दाश्त नहीं करेगा। आज उसी क्रम में हमारे सभी अखाड़े उनका पुतला दहन कर रहे हैं। उनको एक संदेश भी है कि अगर वह नहीं सुधरे और सनातन धर्म पर कुठाराघात करते रहे तो संत समाज बहुत बड़ा आंदोलन उनके खिलाफ करेगा।
“अपने बाप की परंपरा निभा रहे अखिलेश यादव“
महामंडलेश्वर प्रबोधानंद गिरी का कहना है कि अखिलेश यादव अपने बाप की परंपरा को निभा रहे हैं। उनके पिताजी ने हिंदुओं की हत्या की थी। अखिलेश भी उन्हीं के कदमों पर चल रहे हैं। वे हिंदू समाज और सनातन धर्म के संतों को टारगेट कर रहे हैं।
प्रबोधानंद गिरी ने कहा कि मैं अखिलेश यादव को यह बता देना चाहता हूं कि तुम हिंदुओं के श्राप को नहीं झेल पाओगे, क्योंकि तुमने अपने बाप की बपौती के रूप में राजनीति पाई है। तुम्हारा राजनीति में कोई योगदान नहीं है। मैं यह कहना चाहता हूं कि अगर उन्होंने शारीरिक रूप से आकर संतों से माफी नहीं मांगी तो उनके पुतले पूरे देश में फूंके जाएंगे और हरिद्वार में घुसेंगे तो उनको ऐसा सबक सिखाया जाएगा ताकि वह अपने बच्चों को भी बता दें कि संतों के खिलाफ नहीं बोलना है और न ही संतों पर हमला करना है।