Pilot Baba Passed Away: जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर महायोगी पायलट बाबा का मंगलवार को मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। उनके निधन से संत समाज में शोक की लहर फैल गई है। जूना अखाड़े ने तीन दिन के शोक का एलान किया है। इस दौरान पायलट बाबा की आत्मा की शांति के लिए शांति पाठ, हवन और विशेष पूजा अर्चना की जाएगी।
जूना अखाड़े के सभी शाखाओं, आश्रमों और मुख्य पीठों पर मंगलवार को शोक सभा व शांति पाठ का आयोजन किया गया। ऐसा अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरी गिरि महाराज के निर्देश पर किया गया।
‘एक सच्चे योगी थे पायलट बाबा’
हरि गिरि महाराज ने बताया कि पायलट बाबा एक सच्चे योगी थे। वे देश सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहते थे। वे 1974 में जूना अखाड़े में शामिल हुए थे। वे 1998 में महामंडलेश्वर पद पर आसीन हुए। उनकी अंतिम इच्छा के अनुसार, उन्हें देवभूमि उत्तराखंड की पावन भूमि पर समाधि दी जाएगी। इसके बाद अखाड़े में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा।
पायलट बाबा कौन थे?
पायलट बाबा का जन्म बिहार के रोहतास जिले में एक राजपूत परिवार में हुआ था। उनका पुराना नाम कपिल सिंह था। उन्होंने काशी हिंदू विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा हासिल की। भारतीय वायु सेना में भी उनका चयन हुआ। यहां वे विंग कमांडर के पद पर तैनात थे। उन्होंने 1962, 1965 और 1971 की लड़ाई में भी हिस्सा लिया था, जिसके लिए उन्हें सम्मानित भी किया गया।
अगस्त्यमुनि बनेगी नगर पालिका, भणज में खुलेगा आईटीआई; सीएम धामी ने दी सौगात
कहा जाता है कि 1996 में जब वे मिग विमान उड़ा रहे थे, उसी समय उनका विमान से नियंत्रण खो गया। इसी दौरान उन्हें अपने गुरु हरि गिरि महाराज के दर्शन हुए, जो उन्हें वहां से सुरक्षित निकाल लिए। इसी हादसे के बाद उनका मन अध्यात्म की तरफ आकर्षित हुआ।
सीएम धामी ने जताया शोक
सीएम धामी ने कहा कि जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर पायलट बाबा जी का निधन संत समाज और आध्यात्मिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं अनुयायियों को यह दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। विनम्र श्रद्धांजलि !