Curtain On Mosques In Haridwar: कांवड़ यात्रा रूट के ढाबों पर नाम लिखकर पहचान बताने का विवाद अभी पूरी तरह से थमा भी नहीं था कि हरिद्वार में प्रशासन के एक और निर्णय पर बवाल हो गया। यहां कांवड़ रूट पर पड़ने वाली मस्जिदों और मजारों को त्रिपाल से ढक दिया गया था। हालांकि अपने फैसले के 24 घंटे के अंदर ही हरिद्वार प्रशासन ने मस्जिदों और मजारों से त्रिपाल हटवाना शुरू कर दिया। शुक्रवार शाम के समय पुलिस के दो जवानों ने कांवड़ यात्रा रूटों पर पहुंचकर मस्जिदों और मजारों के सामने लगे पर्दों को हटवाया।
कांवड़ यात्रा के दौरान पहली बार ढके गए थे मस्जिद
यहां ज्वालापुर के रामनगर कॉलोनी स्थित मस्जिद और दुर्गा चौक के पास स्थित मजार के गेट पर बड़ा त्रिपाल लगाया गया था। हालांकि इससे पहले कांवड़ यात्रा के दौरान मस्जिद और मजार को कभी नहीं ढका गया। यह पहली बार था जब इस तरह से मस्जिद और मजार को ढका गया। प्रशासन के इस फैसले से मजार और मस्जिद के मौलाना भी अनजान थे। मौलाना का कहना है कि इस संबंध में उनसे कोई बात नहीं की गई, जबकि कई दशकों से यहां से कांवड़िए गुजर रहे हैं और कांवड़िया मजार के बाहर पेड़ की छाया में आराम भी करते हैं।
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कही ये बात
वहीं अब इसको लेकर प्रशासनिक अधिकारी बात करने से बच रहे हैं। हालांकि कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज का कहना है कि कांवड़ यात्रा व्यवस्थित रूप से चले, इसके लिए मस्जिद और मजारों को ढका गया था। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान कोई उत्तेजना न हो और भड़के नहीं, इसका ध्यान रखा गया है। उन्होंने कहा कि जब कोई निर्माण कार्य होता है, तब भी ढक दिया जाता है।
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