Agriculture Land In Uttarakhand: उत्तराखंड में कृषि योग्य भूमि से जुडी एक डरावनी तस्वीर सामने आई है। राज्य में कृषि भूमि तेजी से कम हो रही है। राज्य की 2.02 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि कंक्रीट में बदल चुकी हैं।
27 फीसदी कम हुई कृषि भूमि
उत्तराखंड का जब 2000 में गठन हुआ था, उस समय राज्य में कृषि भूमि का कुल क्षेत्रफल 7.70 लाख हेक्टेयर था, जो आज घटकर सिर्फ 5.68 लाख हेक्टेयर रह गया है। यानी 24 साल में 27 फीसदी कृषि योग्य भूमि कम हुई है।
कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कम हो रही कृषि भूमि पर चिंता जताई हैं। उन्होंने कहा कि धामी सरकार इसे लेकर गंभीर है। वह इस दिशा में गंभीरता से काम कर रही है। राज्य हित में सरकार हर संभव और जरूरी कदम उठाएगी।
मैदानी क्षेत्रों में कृषि योग्य भूमि में गिरावट
गौरतलब है कि राज्य में 5.68 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में से 2.28 लाख हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि क्षेत्र पर्वतीय कृषि क्षेत्र में आता है। वहीं, 2.28 लाख हेक्टेयर क्षेत्र मैदानी जिलों में है। केवल 3.13 लाख हेक्टेयर भूमि ही सिंचाई सुविधा से लैस है। बाकी क्षेत्र बारिश के पानी पर निर्भर हैं। शुरुआती दौर में मैदानी जिलों में कृषि योग्य भूमि में गिरावट ज्यादा तेजी से आई है।