Uttarkashi SP Arpan Yaduvanshi: अगले कुछ दिनों तक चारधाम यात्रा के पीक की संभावना को देखते हुए उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने पुलिस अधिकारियों और कर्मियों को जरूरी निर्देश दिए हैं। यमुनोत्री व गंगोत्री धाम पर श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। प्रतिदिन हजारों की तादाद में श्रद्धालु दोनों धामों पर दर्शन पर पहुंच रहे हैं। अभी तक दोनों धामों पर रिकॉर्ड 3 लाख से अधिक श्रद्धालु यात्रा कर चुके हैं।
यात्रा की शुरुआत से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ व यातायात दबाव को देखते हुए पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी अर्पण यदुवंशी यात्रा, सुरक्षा व यातायात व्यवस्थाओं की लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर भीड़ व यातायात नियंत्रण के लिए कई बार रोड पर उतरकर स्वयं मोर्चा संभाल भी रहे है।
यमुनोत्री धाम पर लगातार बढ़ रही श्रद्धालुओं की भीड़
यातायात दबाव तथा अगले कुछ दिनों में यात्रा पीक की सम्भावना व मानसून सीजन को देखते हुए SP ने बुधवार को यमुनोत्री यात्रा रूट पर प्रमुख पड़ावों का निरीक्षण कर यात्रा, पुलिस व यातायात व्यवस्थाओं का जायजा लिया। अगले कुछ दिनों तक यात्रा पीक की संभावना और मानसून को देखते हुए पुलिस अधिकारियों और जवानों को अतिरिक्त सतर्कता व मुस्तैदी के साथ ड्यूटी करने की हिदायत भी दी गयी।
एसपी ने बैरियर पॉइन्ट पर नियुक्त अधिकारियों को एक बेहतर समन्वय के साथ कार्य करने, भीड़ बढ़ने, यातायात दबाव, जाम, बारिश व अन्य आपातकालीन स्थिति में सुरक्षा व यात्रा के सुचारू संचालन की दृष्टि से वाहनों को सुरक्षित व पर्याप्त जगह वाले सुलभ स्थानों पर रुकवाने की व्यवस्था बनाने के भी निर्दश दिये।
फर्जी रजिस्ट्रेशन की हो कड़ी निगरानी
दोबाटा यात्री पंजीकरण केन्द्र का निरीक्षण करते हुये पंजीकरण केन्द्र पर नियुक्त अधिकारी कर्मचारियों को रजिस्ट्रेशन को सही तरीके से चेक करने और फर्जी रजिस्ट्रेशन की कड़ी निगरानी के साथ-साथ तीर्थयात्रियों की हर सम्भव मदद के निर्देश भी दिए गए। निरीक्षण के दौरान तीर्थ यात्रियों से यात्रा, सुरक्षा व यातायात व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में फीडबैक व यात्रा अनुभवों को भी जाना गया और पूछा गया।
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इसके साथ ही पैदल मार्ग पर घोड़े-खच्चर व डण्डी-कण्डी को नम्बर सिस्टम/रोटेशन व्यवस्था के तहत चलाने और बिना नम्बर के अनावश्यक बीच में घुसकर व्यवस्था बिगाड़ने वाले घोडा, खच्चर, डण्डी/कण्डी संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के भी निर्देश दिये गये। पैदल मार्ग पर यात्रा को प्रातः 4 बजे शुरू करने के बाद सुरक्षा की दृष्टि से सायं 5 बजे के बाद बन्द करने को भी कहा गया।
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