Kedarnath Dham Yatra 2024: केदारनाथ यात्रा में यह पहली दफा है, जब यात्रा शुरू होने के पांच हफ्तों में ही करीब साढ़े आठ लाख श्रद्धालु बाबा केदारनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं, जो कि एक नया कीर्तिमान है। भारी संख्या में देश-विदेश से केदारनाथ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा सुखद और सुगम हो, इसके लिए जिलाधिकारी सौरभ गहरवार के निर्देशन में जिला प्रशासन लगातार प्रयासरत है। गौरीकुंड से केदारनाथ 20 किलोमीटर के कठिन पैदल मार्ग में कई बार यात्री बीमार और चोटिल हो जाते हैं। ऐसे में यात्रियों का तत्परता के साथ रेस्क्यू कर उपचार देने के लिए जिला प्रशासन ने आपदा प्रबंधन अधिकारी और सुरक्षा बलों की सहायता से रेस्क्यू सिस्टम तैयार किया है।
केदारनाथ यात्रा पड़ावों में रेस्क्यू सिस्टम कारगर तरीके से कार्य कर रहा है। इसके लिए पैदल यात्रा मार्ग को सात पड़ाव में विभाजित किया गया है। हर पड़ाव पर डीडीआरएफ, एसडीआरएफ, यात्रा मैनेजमेंट फोर्स, एनडीआरएफ सहित प्रशासन के अन्य कार्मिक तैनात हैं। किसी भी यात्री के चोटिल या बीमार होने की सूचना मिलते ही रेस्क्यू टीम उन्हें उपचार को लेकर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा रही है। केस की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए कई दफा यात्रियों को उपचार के लिए हायर सेंटर तक भी रेस्क्यू किया जा रहा है।
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जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि केदारनाथ धाम की यात्रा के दौरान अब तक 356 लोगों का मैनुअल रेस्क्यू किया जा चुका है। वहीं, 43 लोगों को हेली सेवा के माध्यम और 63 लोगों को एंबुलेंस के माध्यम से रेस्क्यू कर उपचार के लिए हायर सेंटर भेजा गया। इसके साथ ही, आगामी मानसून अवधि के दृष्टिगत सुरक्षा की दृष्टि से चिन्हित संवेदनशील 80 स्थानों से अतिक्रमण भी हटाया गया है। यह अभियान लगातार जारी रहेगा।
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