Rishikesh Kali Temple Kalighat: ऋषिकेश में मां काली का ऐसा मंदिर है, जहां दिव्य चमत्कार होते हैं। यह मंदिर 40 साल से अधिक पुराना है। माना जाता है कि मां काली मंदिर आने वाले भक्तों के दुखों और कष्टों को दूर करती हैं। मां गंभीर रोगियों का इलाज भी करती हैं।
कालीघाट में स्थित है काली मंदिर
तीर्थनगरी ऋषिकेश में मां काली का दिव्य और पौराणिक मंदिर मौजूद है, जहां मां काली अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं। जी हां, हम बात कर रहे है रामझूला के समीप कालीघाट पर स्थित मां काली के प्राचीन मंदिर की, जोकि 40 वर्षों से भी अधिक पुराना है। इस मंदिर में मां काली अपने दिव्य एवं भव्य रूप में विराजमान है।
मां काली के मंदिर में हुए दिव्य चमत्कार
मां काली के इस मंदिर में विभिन्न चमत्कार भी हुए हैं। माना जाता है कि इस स्थान पर जो भी श्रद्धालु अपने दुखों और कष्टों को लेकर आता है, उन सभी दुखों को महाकाली पलभर में दूर कर देती हैं। जिन भक्तों के दुखों का मां काली निवारण करती है, वह भक्त मां काली के इस मंदिर में जागरण के साथ भंडारा भी कराते हैं।
केदारनाथ आपदा के दौरान गंगा में बह गई मां काली की मूर्ति
मंदिर के महंत एवं पुजारी अरुण भारद्वाज (कालीनाथ) ने बताया कि इस स्थान पर लगभग 35 से 40 वर्ष पूर्व मां काली की 4 फीट की मूर्ति स्थापित थी, जिसकी अघोरी बाबा के द्वारा विधि विधान से नियमित साधना की जाती थी। 2013 में केदारनाथ की आपदा के दौरान मां काली की मूर्ति गंगा में बह गई थी, जिसके बाद यह स्थल तहस-नहस हो गया था। इसके बाद इस स्थान पर मां काली की मूर्ति स्थापित कर पूजा अर्चना शुरू की गई। तभी से मां काली अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं।
गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को ठीक कर देती हैं मां काली
मंदिर के पुजारी कालीनाथ ने बताया कि इस मंदिर में भूत प्रेत, धन संबंधी, निसंतानता एवं भक्तों के अन्य दुखों के निवारण के लिए मां काली को नारियल, चुन्नी और श्रृंगार भेट किया जाता है, जिससे मां काली प्रसन्न होकर अपने भक्तों के सभी दुख दूर करती हैं। इसके अलावा, लंबित समय से गंभीर बीमारी से ग्रसित रोगी और जिनका डॉक्टर इलाज करने से मना कर देते हैं, उन मरीजों का भी मां काली उपचार करती है और उन्हें स्वस्थ कर देती है। इसलिए इस मंदिर में जो भी श्रद्धालु श्रद्धा भाव से मां की पूजा अर्चना करता है, उसकी मां काली सभी मनोकामना पूर्ण करती है। साथ ही, देश-विदेश से श्रद्धालु मां काली के दर्शन के लिए इस मंदिर में आते हैं।