Uniform Civil Code: स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए सेकुलर सिविल कोड पर सरकार का स्टैंड साफ कर दिया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में ये साफ कर दिया कि अब सरकार समान नागरिक संहिता की दिशा में कदम बढ़ाएगी। पीएम मोदी ने यूनिफॉर्म सिविल कोड को समय की मांग बताया। अब इसको लेकर मुफ्ती और मौलानाओं में खलबली मची हुई है। मौलाना, मुफ्ती और मुस्लिम धर्मगुरु तीखे बयान दे रहे हैं। कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कॉमन सिविल कोड को लेकर लाल किले से दिए गए भाषण से भारत के मुसलमान संतुष्ट नहीं हैं। अगर ये लागू होता है, तो इससे समाज का ताना-बाना टूट जाएगा। हर समाज और हर कौम के अलग-अलग नियम होते है। जिंदगी गुजारने के ऐसे वसूल होते है, जो समान नागरिक संहिता में नहीं आ सकता।