हर बाबा की गिरफ्तारी और उसके काले साम्राज्य के पर्दाफाश होने के बाद यह उम्मीद की जाती है कि जनता की आंखें खुलेंगी और फिर कोई शख्स फर्जी बाबा बनने की कोशिश नहीं करेगा, लेकिन अपराध का ये सिलसिला खत्म ही नहीं होता। ये सब होता है सिर्फ और सिर्फ आपके और हमारी वजह से। वो क्यों? इसे समझिए, क्योंकि हर व्यक्ति के अंदर कहीं ना कहीं आत्मविश्वास की कमी कभी ना कभी जरूर होती है। इस दौर में वो अपने ऊपर विश्वास नहीं कर पाता और फिर विश्वास करने के लिए किसी का सहारा लेता है और फिर शुरुआत होती है उन बाबाओं के पास जाने की, जिस पर इतना विश्वास कर लिया जाता है कि आप उसे अपना भगवान तक मान लेते हैं। इसके बाद नतीजा हाथरस जैसा हादसा होता है।