हल्द्वानी में जलना गांव के निवासी वीर सिंह रावत की बेटी ज्योति के पैर में गहरी चोट लगी थी। जिसे अस्पताल तक पहुंचाने के लिए पिता को काफी जद्दोजहत और मशक्कत करनी पड़ी। पिता वीर सिंह ने अपनी बेटी को पीठ पर बैठाकर 22 किलोमीटर का पैदल सफर तय किया और उसे इलाज के लिए कोटाबाग पहुंचाया। जहां अस्पताल में पिता ने बेटी का इलाज कराया। एक तरफ सड़क नहीं होने की वजह से एक बाप को अपनी बेटी को कंधे पर लादकर 22 किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है तो दूसरी ओर विधानसभा में विधायकों का वेतन बढ़ाने का प्रस्ताव पेश किया गया है। हम इन दोनों खबरों को एक साथ क्यों दिखा रहे हैं। हमारी इस रिपोर्ट में समझिये क्या हैं इन तस्वीरों के मायने…