केदारनाथ में बादल फाड़ तबाही को एक हफ्ता बीत चुका है। 6 दिन तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन भी अब खत्म हो गया है। आपदा की आंच अभी ठंडी भी नहीं हुई है, लेकिन केदारनाथ आपदा पर बेशर्म सियासत गरमाने लगी है। आपदा पीड़ितों के दर्द को दरकिनार करते हुए नेता सिर्फ बयानबाजी में लगे हैं। सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष तक राजनीतिक दलों के नेता एक-दूसरे पर तीखे जुबानी हमले बोल रहे हैं। हमले भी ऐसे कि प्राकृतिक आपदा के लिए एक-दूसरे को ही जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। कैसे हो रही है आपदा पर बेशर्म सियासत हमारी इस रिपोर्ट में देखिये…