ऋषिकेश: उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने उत्तराखंड न्यायिक सेवा सिविल न्यायाधीश परीक्षा 2022 का परिणाम जारी कर दिया है। कुल 16 अभ्यर्थी परीक्षा में सफल घोषित किए गए हैं। विशाल ठाकुर ने पहला स्थान प्राप्त किया है। तीर्थनगरी के लाल योगेश गुप्ता ने उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के तहत न्यायिक सेवा सिविल न्यायाधीश परीक्षा में प्रदेश मे तीसरा स्थान प्राप्त कर अपने जिले का नाम रोशन किया है। योगेश ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने गुरुजन और माता-पिता को दिया है। योगेश की इस सफलता पर परिजनों में खुशी का माहौल है।
योगेश तीर्थनगरी के कारोबारी सुतीश गुप्ता के बेटे हैं। उनकी माता गंगा गुप्ता गृहणी हैं। मीडिया से बातचीत के दौरान योगेश ने बताया कि उनकी प्रारम्भिक शिक्षा ऋषिकेश के ओमकारा नन्द से पूरी हुई। जिसके बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली चले गए। दिल्ली से ही उन्होंने लॉ की शिक्षा ग्रहण की। लगातार वह न्यायिक सेवा सिविल न्यायाधीश परीक्षा में सफल होने के प्रयास में जुटे रहे। उन्होंने बताया कि 2023 की उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के तहत न्यायिक सेवा सिविल न्यायाधीश परीक्षा में उन्हें प्रदेश में तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है।
बताते चलें कि वर्ष 2022 में योगेश ने दिल्ली पीसीएस-जे की भी परीक्षा दी थी। इस परीक्षा में वे इंटरव्यू तक पहुंचकर, अंतिम चयन में महज 15 अंकों से वह चूक गए थे। इसके बावजूद भी योगेश ने हार नहीं मानी और कड़ी मेहनत व लगन के बल पर आज जज बनने का अपना सपना पूरा कर दिखाया है। योगेश देश के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ से खासा प्रभावित हैं और उन्हें न्यायिक सेवा में अपना आदर्श मानते हैं। योगेश की इस उपलब्धि से पूरे क्षेत्र और राज्य में खुशी का माहौल है।
योगेश ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता पिता एवं गुरुजनों को दिया है। पिता सुतीश गुप्ता ने बताया कि उनके पुत्र ने यह परीक्षा सफल कर परिजनों के साथ शहर का नाम भी रोशन किया है। उनकी इस सफलता पर शहर के तमाम लोग उन्हें शुभकामनाएं देने घर पर पहुंच रहे हैं।
आयोग के परीक्षा नियंत्रक अवधेश कुमार सिंह की ओर से जारी परिणाम में विशाल ठाकुर के अलावा श्रृष्टि बनियाल, योगेश गुप्ता, प्रज्ञा तिवारी, परमिंदर कौर, प्रिया अग्रवाल, अनुभूति गोयल, अश्मिता चौहान, गुंजन सिसौदिया, मोहम्मद वसीक, काजल रानी, नेहा, धनिष्ठ आर्य, आकाश कुमार, परितोष और ज्योति सिंह ने परीक्षा पास की है।