मसूरी में शराब की दुकान खोले जाने का ग्रामीण महिलाओं ने जोरदार विरोध किया। महिलाएं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही शराब की दुकान को बंद करने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर दुकान दो दिन में बंद नहीं हुई तो वह दुकान में तोड़फोड़ करेगी। यही नहीं सड़क पर चक्का जामकर सरकार के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शन करेंगी।
महिलाओं ने कहा कि भट्टा गांव की सभी महिलाएं मुख्यमंत्री आवास भी कूचकर घेराव करेंगी। उन्होंने क्षेत्रीय विधायक व कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी और ग्राम प्रधान कौशल्या रावत पर भी ग्रामीणों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। महिलाओं ने कहा कि पिछले दिनों उनके द्वारा भट्टा गांव में शराब की दुकान न खोलने की प्रशासन और सरकार से मांग की गई थी। लेकिन, उसके बावजूद शराब की दुकान को खोल दिया गया। इसका वह पुरजोर तरीके से विरोध कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि शराब की दुकान खुलने से उनके परिवार और क्षेत्र का माहौल खराब होगा। वहीं, छोटे बच्चों पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा। पर्यटन की दृष्टि से भट्टा गांव काफी महत्वपूर्ण है। यहां पर शराब की दुकान खुलने से इसका सेवन भी भारी मात्रा में बढ़ जाएगा, जिससे गांव का माहौल खराब होगा। महिलाओं ने कहा कि अगर शराब की दुकान को 2 दिन के अंदर बंद नहीं किया गया तो वह शराब की दुकान को स्वयं बंद करेंगी और सड़क पर सरकार के खिलाफ चक्का जामकर विरोध प्रदर्शन करेंगी।
उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी भी गांव की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं, जिससे जनता में उनके प्रति आक्रोश है। महिलाओं ने कहा कि भट्टा गांव में किसी भी हाल में शराब की दुकान को खुलने नहीं देंगी। कहा कि वह क्षेत्र की जनता के साथ उग्र आंदोलन करेंगी।