Welham Boys School Dehradun: देहरादून का जाना-माना आवासीय स्कूल आजकल सुर्खियों में बना हुआ है। आवासीय स्कूल के आठवीं के छात्र के साथ रैगिंग और यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है। इसी मामले को लेकर शुक्रवार को डीएवी पीजी कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल के साथ अन्य छात्र नेता स्कूल पहुंचे और आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
डीएवी पीजी कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पहले तो उनको आवासीय वेल्हम ब्वॉयज स्कूल के अंदर जाने नहीं दिया जा रहा था। काफी बहसबाजी के बाद स्कूल के अंदर जाने दिया गया। इसके बाद उनकी स्कूल प्रिंसिपल से बात हुई। प्रिंसिपल ने बताया कि उनके संज्ञान में ऐसी कोई घटना नहीं आई है। उन्होंने कहा कि बच्चे के अभिभावक की तरफ से भी कोई शिकायत नहीं आई है। कहा कि अगर ऐसी घटना हुई है तो स्कूल प्रबंधन पुलिस का पूरा सहयोग करेगा।
सिद्धार्थ अग्रवाल ने कहा कि कि यौन शोषण कोई छोटा मामला नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछले एक दो महीने से देश में ऐसी कई घटनाएं घट रही हैं। कहा कि ऐसी घटनाओं को लेकर जिस तरह से पश्चिम बंगाल में फैसला लिया गया है, वैसा ही फैसला यहां की सरकार लें। सिद्धार्थ ने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई हो। ऐसे लोगों को कठोर से कठोर सजा मिले, जो ऐसे लोगों के लिए एक सबक हो।
देहरादून के चर्चित वेल्हम ब्वॉयज स्कूल के सीनियर छात्र पर जूनियर छात्र के यौन शोषण का आरोप लगा है। साथ ही पीड़ित छात्र के साथ रैगिंग का भी आरोप है। इस घटना का पता चलते ही पूरे स्कूल में अफरा-तफरी मच गई थी। पीड़ित छात्र के परिजनों को जब इसकी सूचना मिली थी तो वे बच्चे को कॉलेज से अपने गृह राज्य असम ले गए थे। इसके बाद असम में ही केस दर्ज कराया था।
देहरादून पुलिस मामले की कर रही तफ्तीश : एसपी सिटी
देहरादून के एसपी सिटी प्रमोद कुमार ने बताया कि इस मामले में जीरो FIR देहरादून के डालनवाला थाने में ट्रांसफर हुई है। अब दून पुलिस इस मामले की तफ्तीश में जुट गई है। इस मामले में जो भी सबूत सामने आएंगे, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
स्कूल की जांच में ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया : प्रधानाचार्य
इस मामले को लेकर वेल्हम ब्वॉयज स्कूल की प्रधानाचार्य संगीता केन ने कहा कि स्कूल कोई भी मामला हो उसको गंभीरता से लेता है। स्कूल ने अपनी इंटरनल जांच में बच्चे के क्लासमेट्स, रूममेट्स और उसके दोस्तों से बात हुई है। बातचीत के दौरान कोई भी ऐसा मामला सामने नहीं आया है। संगीता केन ने कहा कि जांच में ऐसी कोई भी सच्चाई नहीं पाई गई है। उन्होंने कहा कि बच्चे के अभिभावक से भी कहा था कि अगर उनके पास इस घटना से संबंधित कोई जानकारी है तो बताएं।
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उन्होंने कहा कि इस मामले में पीड़ित छात्र के परिजनों ने पहले स्कूल से शिकायत की थी। स्कूल की इंटरनल जांच में ऐसा कुछ भी नहीं पाया गया, जिससे यह साबित हो कि छात्र के साथ रैगिंग और यौन उत्पीड़न हुआ है। कहा कि यह मामला अब पुलिस के पास है, इसलिए हम उसमें पूरा सहयोग करेंगे।
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