गर्मी आते ही कई प्रदेशों में पानी की किल्लत हो जाती है। पानी की किल्लत होने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। क्योंकि, जगह-जगह लगे हैंडपंप खराब होने के कारण लोगों को कई किलोमीटर तक पानी लाने जाना पड़ता है। साथ ही ट्यूबवेल खराब होने से भी लोगों को पानी की किल्लत झेलनी पड़ती है। उत्तराखंड में भी पानी कि किल्लत को लेकर डीएम ने सभी विभागों को आपस में तालमेल कर काम करने का निर्देश दिया है।
हल्द्वानी में गर्मी शुरू होते ही पेयजल की किल्लत लगातार बढ़ रही है। ऐसे में जिलाधिकारी ने जल संस्थान के अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा है कि पानी की किल्लत को दूर करने के लिए जल संस्थान, जल निगम और विद्युत विभाग आपसी समन्वय के साथ काम करें। जिलाधिकारी वंदना सिंह ने बताया कि जिन इलाकों में पेयजल के पंपसेट खराब हैं, वहां टैंकर के माध्यम से पानी पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही जिन इलाकों के ट्यूबवेल खराब हैं, वहां स्पेयर में पंप या स्टेबलाइजर रखे जाने की व्यवस्था की गई है। बिजली विभाग को भी निर्देशित किया गया है कि आपसी समन्वय के साथ कार्य किया जाना आवश्यक है, ताकि लोगों को पेयजल किल्लत की परेशानी का सामना न करना पड़े।
गर्मी आते ही हल्द्वानी के कई क्षेत्रों में पीने के पानी की समस्या हो गई है। शहर के आधे हिस्से में गोला नदी के पानी की आपूर्ति की जाती है। लेकिन, नदी का जलस्तर कम होने के कारण जल संस्थान के फिल्टर प्लांट को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है, जिससे शहर में जितने पानी की जरूरत है, उतना पानी सप्लाई नहीं हो पा रहा है। इसी को ध्यान में रखकर डीएम वंदना सिंह ने पानी की किल्लत को दूर करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया है।