Water Crisis in New Tehri : नई टिहरी में होटल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने प्रशासन से पानी के टैंकर से पानी की आपूर्ति की मांग की है। इस संबंध में होटल एसोसिएशन पदाधिकारियों ने बुधवार को डीएम को कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपा। होटल एसोसिएशन का कहना है कि नई टिहरी शहर में इन दिनों पानी की भारी किल्लत चल रही है, जिससे उनका होटल कारोबार भी प्रभावित हो रहा है।
उनका कहना है कि पानी नहीं होने से होटल्स में रहने वाले यात्री और पर्यटक वापस लौट रहे हैं। यात्रा और पर्यटन सीजन होने के चलते नई टिहरी में इसी समय उनका कारोबार भी चलता है, लेकिन पानी नहीं होने से होटल्स में यात्री रुकने को तैयार नहीं हैं, जिससे उन्हें लगातार घाटा हो रहा है। होटल कारोबारी चतर सिंह चौहान का कहना है कि होटल कारोबारियों को 4 से 5 हजार रुपये खर्च कर टैंकर से पानी मंगाना पड़ रहा है। कहा कि जिस तरह नई टिहरी शहर की कॉलोनियों में पानी की आपूर्ति के लिए टैंकरों की व्यवस्था की गई है, वैसे ही निशु्ल्क पानी के टैंकर होटल कारोबारियों के यहां भी भेजे जाएं।
बता दें, नई टिहरी सहित जिले के विभिन्न क्षेत्रों में पेयजल किल्लत को लेकर जल संस्थान और जल निगम के अधिकारियों की चिंता बढ़ने लगी है। पानी की आपूर्ति के लिए विभागीय स्तर पर टैंकरों की पर्याप्त व्यवस्था भी की गई है। नई टिहरी में पेयजल आपूर्ति के लिए रोस्टर व्यवस्था को रिवाइज किया गया है।
जन शिकायत के बाद डीएम मयूर दीक्षित के निर्देश पर जल संस्थान और जल निगम के अधिकारियों ने संयुक्त प्रेस वार्ता की थी। इसमें बताया गया था कि नई टिहरी में पेयजल की रोस्टर व्यवस्था गड़बड़ाने, सरकारी भवनों के दूसरी और तीसरी मंजिल पर पानी न पहुंचने, कई हिस्सों में पेयजल किल्लत बढ़ने और पानी को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों की नाराजगी को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है।
जल संस्थान के ईई का कहना था कि टिहरी झील में टीएचडीसी के पीएसपी के कार्यों के चलते कोटेश्वर झील का जलस्तर 596 मीटर पर आ गया है। इसके चलते जल संस्थान का एक पंप ही चल पा रहा है। नई टिहरी शहर में 6 एमएलडी की मांग के सापेक्ष महज 3 एमएलडी पानी मिल रहा है। पंपिंग क्षेत्र में लो-वोल्टेज के कारण भी आपूर्ति प्रभावित हुई है। जल निगम चंबा के ईई का कहना था कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्रोतों पर पानी घटने से समस्या बढ़ी है। चंबा के लिए नई योजना तैयार कर इस्टीमेट शासन भेजा गया है। कैंपटी को मसूरी पंपिंग योजना से पानी दिया जा रहा है। काणाताल में सुरकंडा पंपिंग योजना से आपूर्ति हो रही है।