उत्तराखंड में 23 किलोमीटर लंबाई वाले जाजल-शिवपुरी मोटर मार्ग निर्माण को लेकर ग्रामीणों का आंदोलन जारी है। बता दें कि जाजल-शिवपुरी मोटर मार्ग की कटिंग दोनों छोर से 17 किलोमीटर का जा चुकी है। लेकिन, पर्यावरण का अड़ंगा लगाकर बीच के 6 किमी का हिस्सा वर्षों से रुका पड़ा होने के कारण हेंवल घाटी के 12 से अधिक गांवों को रोड का लाभ नहीं मिलने के कारण ग्रामीणों का गुस्सा भड़क उठा है।
ग्रामीणों ने 10 वर्षों से रुकी पड़ी सड़क के शेष 6 किलोमीटर भाग की प्रारंभिक कटिंग करने की मांग को लेकर रविवार से जाजल में अनिश्चितकालीन क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। धरने में शामिल हुए पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत, यूकेडी के केंद्रीय सचिव सरदार सिंह पुंडीर, पूर्व ब्लॉक प्रमुख वीरेंद्र सिंह कंडारी और रौंदेली के प्रधान दिनेश सिंह राणा सहित ग्रामीणों ने सरकार पर क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहा है कि पर्यावरण के नाम पर इसी रोड के निर्माण में क्यों अड़ंगा लगाया जा रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि रोड के शेष भाग पर शीघ्र प्रारंभिक कटिंग का कार्य यदि प्रारंभ नहीं हुआ तो आंदोलन उग्र किया जाएगा। यह भी चेतावनी दी कि लोकसभा चुनाव 2024 में क्षेत्र के लोग मतदान का बहिष्कार करेंगे। ग्रामीणों ने कहा कि हर गांव में रोड पहुंचाने का वादा करने वाली सरकार 12 से अधिक गांवों को क्यों सड़क सुविधा से वंचित रखना चाहती है? इससे सरकार की करनी और कथनी कता पता चल रहा है।