आपके सामने गंगोत्री हाईवे चांग थांग की तस्वीरें हैं। देखिए बर्फीले तूफान के बाद यहां का हाल। धराली-भैरव घाटी के बीच बर्फीला तूफान आया तो 6 मीटर ऊंची बर्फीली लहरों को साथ लाया। उन बर्फ की लहरों ने गंगोत्री हाईवे के 100 मीटर हिस्से को गुम कर दिया। एक बड़ा इलाका बर्फ में दब गया।
बर्फ की ये मोटी मोटी चादर देखकर ही आप समझ जाएंगे कि बर्फीला तूफान कितना खतरनाक रहा होगा। गंगोत्री हाईवे चांग थांग पर चारों तरफ 6 फीट तक ऊंची बर्फ जम गई। जिसे हटाने के लिए बीआरओ की टीम को मोर्चा संभालना पड़ा। यहां बर्फ की परतें इतनी ऊंची हैं कि बर्फ हटाने वाली मशीनें भी खिलौने जैसा नजर आ रही हैं।
धराली-भैरव घाटी के बीच से होकर ये चांग थांग हाईवे गंगोत्री धाम और भारत तिब्बत सीमा को जोड़ता है। लेकिन बर्फीले तूफान की वजह से हाईवे पूरी तरह से बंद हो गया है। जब तक बीआरओ की टीम यहां से बर्फ पूरी तरह हटा नहीं देती। किसी को यहां आने की इजाजत नहीं है।
हालांकि उत्तरकाशी में आए इस एवलांच से बहुत ज्यादा नुकसान की खबर नहीं है। क्योंकि मौसम विभाग की चेतावनी के बाद प्रशासन पहले से अलर्ट हो गया था। प्रशासन ने दो दिन पहले ही इस हाईवे पर आवाजाही रोक दी थी।
पहाड़ों में जिस तरह बर्फबारी ने यूटर्न मारा है। उससे उत्तराकाशी समेत कई ऊंचे इलाकों में ऐसे एवलांच का खतरा बढ़ गया है। मौसम के बिगड़े मिजाज को देखते हुए उत्तरकाशी को डेंजर लेवल 1-4 में भी रखा गया था। क्योंकि उत्तरकाशी में पहले भी ऐसे बर्फीले तूफान आए हैं और तबाही मचाकर गए हैं।