Uttarakhand Congress Protest: हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) द्वारा जांच कराए जाने की मांग को लेकर आज देहरादून में कांग्रेस के नेताओं ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने जुलूस निकाल कर ईडी कार्यालय का घेराव किया।
कांग्रेस ने आज देशभर में ईडी कार्यालयों के सामने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया। श्रेष्ठ उत्तराखंड से खास बातचीत में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि कांग्रेस ने बार-बार अडानी महा घोटाले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने की मांग की है, जिसे केंद्र सरकार ने नजरअंदाज कर दिया है।
यह घोटाला पहली बार हिंडनबर्ग रिपोर्ट द्वारा उजागर किया गया था और हालिया खुलासों ने वित्तीय बाजार नियामक संस्था सेबी और उसके चेयरपर्सन की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कांग्रेस का कहना है कि यह पूरा मामला मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा हुआ है, लेकिन प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) इस पर चुप है। इसलिए हम लोग आज विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
जय शाह बन सकते हैं ICC के नए चेयरमैन, ग्रेग बार्कले की लेंगे जगह
विधायकों के वेतन-भत्ते बढ़ाने के लिए सदन में आए प्रस्ताव को लेकर भी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने उत्तराखंड सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि एक ओर राज्य में आपदा पीड़ितों को मुआवजा अभी तक नहीं मिला है। ऐसे में विधायकों का वेतन भत्ता बढ़ाना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के पुत्र सुयश रावत को टिहरी झील में क्रूज बोट और याट बोट संचालन के लिए जारी किए गए टेंडर से जुड़े मुद्दे पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी में अंधेर नगरी चौपट राजा वाली कहावत चरितार्थ हो रही है।
हाल ही में टिहरी झील में क्रूज और याट बोट संचालन के लिए आवेदन मांगे गए थे। जिसमें पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के पुत्र सुयश ने भी इस प्रक्रिया में आवेदन किया था। हालांकि, विवाद इस बात को लेकर उठ खड़ा हुआ है कि जहां प्रदेश में रोजगार को लेकर पलायन हो रहा है, वहां स्थानीय को वरीयता देने के बजाए देहरादून से एक मंत्री पुत्र को किस आधार पर वरीयता दी गई।
इस मंदिर में एक नहीं, तीन धर्मों के देवी-देवताओं की होती है पूजा