हल्द्वानी हिंसा का अब पॉलिटिकल कनेक्शन सामने आ गया है। पुलिस ने जिन 9 उपद्रवियों के पोस्टर जारी किए हैं। उनमें दो यूथ कांग्रेस के नेता है। दंगे की जांच कर रही हल्द्वानी पुलिस को पता चला है कि दस दिन पहले हुए दंगे में कांग्रेस के दो नेताओं की अहम भूमिका है। पुलिस ने फरार चल रहे दंगे के नौ मुख्य आरोपियों के पोस्टर जारी किये हैं। इन नौ आरोपियों के पोस्टर में दोनों कांग्रेसी नेताओं को भी वॉंटेड दिखाया गया है।
उत्तराखंड के हल्द्वानी में हुई हिंसा को करीब 10 दिन हो चुके हैं। यहा के लोगो की जिंदगी पटरी पर आने लगी है। हालात तेजी से सुधर रहे हैं। हालात में आई नरमी को देखते हुए पुलिस सिर्फ रात के समय कर्फ्यू लगा रही है।
हल्द्वानी हिंसा के दस दिनों बाद भी इसके मुख्य गुनहगार अभी तक फरार हैं। पुलिस ने जांच में पाया है कि नौ लोगों ने इस दंगे में न सिर्फ घी डाला है बल्कि इसकी पूरी साजिश उन्होंने ही रची है। पुलिस ने दंगे के इन नौ मुख्य आरोपियों के पोस्टर जारी कर दिए हैं। इसमे दो कांग्रेस के नेता शामिल हैं।
पुलिस द्वारा लगाए गए पोस्टर में मौकिन सैफी, जो कांग्रेस से जुड़ा हुआ है। मौकिन को हल्द्वानी के यूथ कांग्रेस का अध्यक्ष बताया जा रहा है।
पुलिस द्वारा जारी किए गए पोस्टर में दूसरा शक्स शकील अंसारी है। शकील अंसारी मौजूदा समय कांग्रेस का पार्षद है।
बचे हुए 7 उपद्रवी जिनकी फोटो पुलिस ने शहर के अलग-अलग जगहों पर चस्पा की है।
शहर के बनभूलपुरा क्षेत्र में हिंसा में शामिल पुलिस ने अभी तक क्षेत्र 42 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक और उसका बेटा सहित 9 लोग फरार चल रहे हैं। जिनकी संपत्ति को कुर्क करने के कोर्ट से निर्देश पुलिस को मिल चुके हैं, और पुलिस ने कुर्की की कार्रवाई शुरू भी कर दी है। 16 फरवरी को पुलिस मास्टर माइंड अब्दुल मलिक और उसके बेटे अब्दुल मोईद का घर पर कुर्की की कार्रवाई करने पहुंचे।
बता दें कि पुलिस जल्द से जल्द हल्द्वानी के गुनहदगारों को सलाखों के पीछे भेजने के लिए जी तोड़ कोशिश कर रही है। आरोपियों के घर पर दबिश दी जा रही है, संपत्ति कुर्क भी की जा रही है। वहीं पोस्टर जारी कर पुलिस ने उपद्रवियों के करीब पहुंचने के लिए एक कदम आगे और बढ़ा दिया है। 2 उपद्रवियों के कांग्रेस से जुड़े होने से इस मामले को और उलझा दिया है