Joshimath Tehsil Became Jyotirmath: चमोली जिले की जोशीमठ तहसील को अब उसके प्राचीन नाम ज्योतिर्मठ से जाना जाएगा। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने विगत वर्ष चमोली जिले के घाट में आयोजित कार्यक्रम में जोशीमठ का नाम बदलकर ज्योतिर्मठ करने की घोषणा की थी। सीएम धामी ने नाम बदलने को लेकर एक प्रस्ताव तैयार कर भारत सरकार को भेजा था। केंद्र सरकार ने ज्योर्तिमठ तहसील के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
प्रभारी शंकराचार्य मुकुंदनंद सरस्वती ने वितरित की मिठाई
जोशीमठ का नाम ज्योतिर्मठ होने पर लोगों में खुशी का माहौल है। साधु, संत भी सरकार के इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं। ज्योतिर्मठ के प्रभारी शंकराचार्य मुकुंदानंद सरस्वती ने खुशी जताते हुए कहा कि लंबे समय से यहां के लोग जोशीमठ का नाम बदल कर ज्योतिर्मठ की मांग कर रहे थे, जिसके बाद धामी सरकार के द्वारा विधानसभा चुनाव 2022 में जोशीमठ का नाम बदलकर ज्योतिर्मठ करने की घोषणा की गई थी, जिसके बाद अब जोशीमठ तहसील का नाम ज्योतिर्मठ हो गया है। प्रभारी शंकराचार्य मुकुंदनंद सरस्वती ने सरकार का आभार जताया है। स्थनीय लोग व बदरीनाथ धाम की यात्रा पर आए लोगों में भी जोशीमठ का नाम बदलने पर खुशी जाहिर की है। ज्योतिर्मठ के प्रभारी शंकराचार्य मुकुंदानंद सरस्वती ने मिठाईयां वितरित की।
यह रहा है इतिहास
ऐसी मान्यता है कि 8वीं सदी में आदि गुरु शंकराचार्य इस क्षेत्र में आए थे। उन्होंने अमर कल्प वृक्ष के नीचे तपस्या की थी, जिससे उन्हें दिव्य ज्ञान ज्योति की प्राप्ति हुई थी। दिव्य ज्ञान ज्योति और जयोतेश्वर महादेव की वजह से इस स्थान को ज्योतिर्मठ का नाम दिया गया, लेकिन यह जोशीमठ के नाम से ही प्रचलित हो गया था। मुख्यमंत्री धामी ने जनभावनाओं का सम्मान करते हुए अब जोशीमठ तहसील को ज्योतिर्मठ नाम देने का फैसला किया है।