श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तारीख 10 मई है। केदारनाथ यात्रा से जुड़े होटल, घोड़े, खच्चर और अन्य व्यवसाय करने वाले लोग यात्रा तैयारियों में जुट गए हैं। इन दिनों केदारघाटी में होटल, रेस्टोरेंट और दुकानों को ठीक करने का कार्य शुरू हो गया है। एक ओर जहां स्थानीय लोग तैयारियों में जुट गए हैं, वहीं जिला प्रशासन भी यात्रा को लेकर मुश्तैद नजर आ रहा है।
पैदल मार्ग पर संचालित होने वाले घोड़े और खच्चरों का लाइसेंस बनने का कार्य भी शुरू हो गया है। वहीं, यात्रा मार्ग पर विद्युत, पेयजल और शौचालय को सुचारू किया जा रहा है। साथ ही केदारनाथ पैदल मार्ग पर बर्फ हटाने का कार्य प्रशासन द्वारा जारी है।
बता दें कि केदारनाथ भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यह रुद्रप्रयाग में स्थित है। केदारनाथ चार धामों में से एक प्रसिद्ध धाम है। मंदाकिनी नदी के किनारे स्थित है। यह मंदिर गौरीकुंड से 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। केदारनाथ की यात्रा मई से अक्टूबर तक की जा सकती है। सर्दियों में केदारनाथ की मूर्ति को उखीमठ में लाया जाता है। इसके बाद यहां पर छह महीने तक पूजा की जाती है। केदारनाथ मंदिर 1000 वर्ष से भी ज्यादा पुराना माना जाता है।