Press Conference Regarding Drinking Water Shortage: नई टिहरी सहित जिले के विभिन्न क्षेत्रों में पेयजल किल्लत को लेकर जल संस्थान और जल निगम के अधिकारियों की चिंता बढ़ने लगी है। पानी की आपूर्ति के लिए विभागीय स्तर पर टैंकरों की पर्याप्त व्यवस्था भी की गई है। नई टिहरी में पेयजल आपूर्ति के लिए रोस्टर व्यवस्था को रिवाइज किया गया है।
जल संस्थान और जल निगम के अधिकारियों ने की संयुक्त प्रेस वार्ता
जन शिकायत के बाद डीएम मयूर दीक्षित के निर्देश पर जल संस्थान और जल निगम के अधिकारियों ने संयुक्त प्रेस वार्ता की। इस प्रेस वार्ता में बताया कि नई टिहरी में पेयजल की रोस्टर व्यवस्था गड़बड़ाने, सरकारी भवनों के दूसरी और तीसरी मंजिल पर पानी न पहुंचने, कई हिस्सों में पेयजल किल्लत बढ़ने और पानी को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों की नाराजगी को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है।
दूर की जाएगी पेयजल की समस्या
जल संस्थान के ईई का कहना है कि टिहरी झील में टीएचडीसी के पीएसपी के कार्यों के चलते कोटेश्वर झील का जलस्तर 596 मीटर पर आ गया है। जिसके चलते जल संस्थान का एक पंप ही चल पा रहा है। नई टिहरी शहर में 6 एमएलडी की मांग के सापेक्ष महज 3 एमएलडी पानी मिल रहा है। पंपिंग क्षेत्र में बिजली की लो-वोल्टेज के कारण भी आपूर्ति बीते एक सप्ताह में प्रभावित हुई है। जल निगम चंबा के ईई का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्रोतों पर पानी घटने से समस्या बढ़ी है। जल जीवन मिशन में इसे दूर किया जा रहा है। चंबा के लिए नई योजना तैयार कर इस्टीमेट शासन भेजा गया है। कैंपटी को मसूरी पंपिंग योजना से पानी दिया जा रहा है। काणाताल में सुरकंडा पंपिंग योजना से आपूर्ति हो रही है।