पुलिस की गिरफ्त में नज़र आ रही ये वो पांच महिलाएं हैं जिन्होंने हल्द्वानी के बनभूलपुरा में भड़की हिंसा के दौरान पुलिस पर पत्थर बरसाए थे। 8 फरवरी को बुर्के की आड़ में इन महिलाओं ने खूब उपद्रव किया था लेकिन अब अब ये पांचों महिलाएं कानून के शिकंजे में हैं।
हल्द्वानी की इन पत्थरबाज महिलाओं ने हिंसा के समय अपनी पहचान छुपाने के लिए बुर्के को ढाल बना लिया था। इन महिलाओं ने अपना चेहरा छुपाकर जमकर पत्थरबाजी की। चेहरा तो छिप गया लेकिन हरकतें कैमरे में कैद हो गई। जब पुलिस ने CCTV फुटेज और वीडियो रिकॉर्डिंग को बारीकी से खंगाला तो इन महिलाओं की पहचान हो गई जिसके बाद पुलिस ने इन महिलाओं को अरेस्ट कर लिया। हिंसा भड़काने वालों पर पुलिस का एक्शन अभी भी जारी है। पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश कर रही है। बलभूलपुर हिंसा के 89 आरोपियों को अबतक सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया है।
चलिए जब गुनाह से पर्दा उठ ही गया है तो हम इन महिलाओं की पहचान भी आपको बता देते हैं। पुलिस ने हिंसा भड़काने के आरोप में जमील अहमद की पत्नी शाहनाज उम्र 45 साल, नाजिम मिकरानी की पत्नी सोनी उम्र 33 साल, जमील अहमद की बेटी शमशीर उम्र 25 साल, नफीस अहमद की पत्नी सलमा उम्र 50 साल और मोहम्मद याम की पत्नी रेशमा को गिरफ्तार किया है।
हल्द्वानी को हिंसा की आग में झोंकने वालों पर कानून का शिकंजा अब कसता जा रहा है। हिंसा के सभी नामजद आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। हिंसा का मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक पकड़ा जा चुका है। उसका आरोपी बेटा अब्दुल मोईद भी पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हिंसा पीड़ितों से वादा किया था कि उनके गुनहगारों को बख्शा नहीं जाएगा। इंसाफ होगा। अब नैनीताल पुलिस चुन-चुनकर हिंसा के गुनहगारों का हिसाब कर रही है। देवभूमि में भाईचारा बिगाड़ने का अंजाम क्या होता है ये इन उपद्रवियों को अब समझ आएगा।