Loksabha Election 2024 : आपने यह कहावत तो सुनी होगी कि राजनीति में कोई किसी का नहीं होता। इन दिनों धर्मनगरी हरिद्वार की राजनीति में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिल रहा है। बता दें, चार दिन पहले भावना पांडे ने बसपा जॉइन की थी और रविवार को बसपा छोड़ दी। भावना पांडे को हरिद्वार लोकसभा से बसपा का कैंडिडेट बनाया जाना था। प्रदेश अध्यक्ष चौधरी शीशपाल की मौजूदगी में भावना पांडे ने बसपा जॉइन की थी। वहीं, रविवार को भावना पांडे ने त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात की थी। सूत्रों के अनुसार, वह मंगलवार को भाजपा भी जॉइन कर सकती हैं।
बसपा प्रदेश अध्यक्ष चौधरी शीशपाल ने जानकारी दी कि जॉइनिंग के बाद से भावना पांडे पार्टी नेताओं के संपर्क में नहीं हैं। वह किसी का फोन भी नहीं उठा रही हैं। बसपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उनके पास नेताओं की कमी नहीं है। जल्द ही नए प्रत्याशी की घोषणा की जाएगी। सूत्रों की मानें तो बसपा से एक मुस्लिम उम्मीदवार का नाम तय कर लिया गया है, जिसकी घोषणा आज कर दी जाएगी।
बता दें, भावना पांडे ने जब बसपा जॉइन की तो उसके बाद यह अंदाजा लगाया जा रहा था कि भावना मुस्लिम वोट बैंक में उतनी ज्यादा सेंध नहीं लगा पाएगी। वह उल्टा पार्वती वोट बैंक में सेंधमारी कर सकती हैं। इसका नुकसान सीधे तौर पर भाजपा को होना था। अब इसके बाद अचानक से क्या समीकरण बने कि अचानक भावना पांडे भाजपा जॉइन करने जा रही हैं।
भावना पांडे शुक्रवार को बसपा प्रदेश कार्यालय शिवालिक नगर में सदस्यता ली थी। पार्टी जॉइन करते ही बसपा के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी शीशपाल ने उन्हें प्रत्याशी घोषित कर दिया था। बसपा अभी तक चार सीटों पर अपने प्रत्य़ाशी घोषित कर चुकी है। बसपा ने गढ़वाल सीट से धीर सिंह बिष्ट, टिहरी सीट से नेमचंद छुरियाल और अल्मोड़ा सीट से नारायण राम को प्रत्याशी घोषित किया है।
राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा था कि उत्तराखंड में अनुसूचित जाति और मुस्लिम समाज का कोई नेता नहीं है। इसलिए यह समाज बंट गया है। उन्होंने कहा था कि अनुसूचित जाति का हमेशा शोषण किया जाता रहा है। इस समाज के लोगों का सिर्फ इस्तेमाल किया जाता रहा है। इस बार प्रदेश में अनुसूचित जाति, मुस्लिम और पहाड़ का गठजोड़ होगा।
भावना पांडे ने कहा था कि उन्होंने अपनी पार्टी बनाई थी। लेकिन, यह लोग उनके कार्यकर्ताओं को धमकाते थे। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर अपनी पार्टी को बसपा में मिलाएंगी। क्योंकि, बसपा प्रदेश में तीसरा विकल्प बन गई है।