मसूरी के 9 होटलों पर पॉल्यूशन बोर्ड द्वारा एक साथ 9 होटलों पर ताला लगाने का आदेश जारी किया गया है। पॉल्यूशन बोर्ड द्वारा इन होटलों की बिजली काट दी गई है। साथ ही पानी के सप्लाई पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी गई है।
जिस मसूरी में साल के 365 दिन सैलानियों का सैलाब उमड़ता है। वहां के 9 होटलों पर एक साथ ताला क्यों लगा दिया गया है? इसका जवाब है, पॉल्यूशन बोर्ड की परमिशन जिसे मसूरी के हर होटल संचालकों को लेना जरूरी होता है। मसूरी में 282 रेजिस्टर्ड होटल चल रहे हैं। जिन 9 होटलों पर प्रशासन की कार्रवाई हुई है, उन होटलों ने पॉल्यूशन बोर्ड की परमिशन नहीं ली थी। मानकों की देखरेख करने वाली और क्वालिटी कंट्रोल रखने वाली संस्था एनजीटी के निर्देश पर मसूरी प्रशासन ने इन 9 होटलों को बार बार नोटिस दिए। लेकिन जवाब नहीं मिला। तब एक्शन लिया गया।
पॉल्यूशन बोर्ड के रीजनल अधिकारी आर.के चतुर्वेदी ने मिडिया को बताया कि मसूरी में हुई इस कार्रवाई में उत्तराखंड पॉल्यूशन बोर्ड, मसूरी विद्युत विभाग, गढ़वाल जल संस्थान मसूरी, स्थानीय प्रशासन और मसूरी पुलिस की टीम पहुंची थी। जिन 9 होटलों के बिजली पानी कनेक्शन काटे गए हैं। उन्हें आखिरी मौका दिया गया है। या वो तो परमिशन लें या फिर परमानेंट ताला लगवाने को तैयार रहें। मसूरी प्रशासन का साफ संदेश है कि राज्य में किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी। प्रदूषण को लेकर किसी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा।