राजधानी देहरादून से सिर्फ 100 किलोमीटर चकराता की ये ताजा तस्वीरें हैं। चकराता की ऊंची पहाड़ियों देवधार, लोखंडी, कोटी, कनसार समेत कई जगह ऐसी ही जबर्दस्त बर्फबारी हो रही है। इस बर्फबारी ने पहाड़ों में पारा नीचे गिरा दिया है। बर्फबारी ठंड को एक बार फिर लौटाकर ले आई है।
मौसम विभाग ने पहाड़ी जिलों में बर्फबारी का अलर्ट पहले ही दे दिया था। इसलिए प्रशासन ने बर्फबारी से निपटने के इंतजाम भी पहले से कर लिए थे। ताकि बर्फबारी में लोगों को मुश्किल कम हो। बर्फ सड़कों पर रास्ता रोक रही है तो बर्फ को हटाने का काम भी तेजी से चल रहा है।
मार्च लग चुका है। बर्फबारी का ये आखिरी राउंड है। इसलिए ऐसी बर्फबारी का लुत्फ उठाने में पर्यटक पीछे नहीं हैं। इस बर्फबारी से पर्य़टक खुश हैं तो किसानों के लिए भी ये बर्फबारी खुश करने वाली है क्योंकि इस बर्फबारी को फसलों के लिए अच्छा माना जा रहा है।
उत्तराखंड के कई जिलों में मौसम विभाग ने 2 और 3 मार्च को बारिश और बर्फबारी की चेतावनी दी थी. जिसके बाद बर्फ बिछने लगी। जनवरी के बीत जाने तक पहाड़ों में बर्फबारी उम्मीदों के मुताबिक नहीं हुई थी। जिसके बाद हर कोई चिंता में आ गया था। लेकिन फरवरी के लगते ही बर्फबारी का जो सिलसिला शुरू हुआ था तो वो मार्च लगने के साथ भी जारी है। अब माना जा रहा है कि बर्फबारी उम्मीदों के मुताबिक हो चुकी है।