उत्तराखंड पर देवताओं का आशीर्वाद तो बना ही रहता है। पहाड़ों की प्राकृतिक सुंदरता को देखने के लिए लोग दूर-दूर से यहां आते है। ऐसा ही एक जगह आज कल लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। गंग्रोत्री धाम के पास स्थित ऐतिहासिक और अनोखी सीढ़ियों को देखने के लिए लोगों का हुजूम लगा हुआ है।
भारत-चीन सीमा पर गंग्रोत्री धाम से 10 किलोमीटर पहले ही गरतांग गली नाम से मशहूर एक जगह है। यह सीढ़ियां खड़ी जाड़ गंगा के ऊपर खड़ी चट्टानों पर बनाया गया है, जो 17वीं सदी की इंजीनियरिंग का एक नायाब नमूना है, जो आज की आधुनिक इंजीनियरिंग को भी मात देता है।
11000 फीट की ऊंचाई पर स्थित ये गली करीब 350 साल पुरानी है। यहां खड़ी चट्टान पर लकड़ी का रास्ता बनाया गया था, जिसको अब गरतांग गली के नाम से जाना जाता है। इस गली की लंबाई 150 मीटर है। इस खूबसूरत गली को साल 2021 में पर्यटकों के लिए 59 सालों बाद खोला गया। गरतांग गली पहले व्यापारिक मार्ग हुआ करता थी, जहां से ऊन, गुड़ और मसाले भेजे जाते थे।
बता दें कि, 17वीं शताबदी में व्यापार के लिए पेशावर ये आए पठानों ने इस गली को बनवाया था। लेकिन, 1962 में भारत सरकार ने भारत-चीन युद्ध को देखते हुए इस गली को सुरक्षा की दृष्टि से बंद कर दिया गया था।
गरतांग गली उत्तरकाशी के जाड़ गंगा घाटी में मौजूद है। जाड गंगा भैरव घाटी से नेलांग को जोड़ती है। गंगोत्री नेशनल पार्क क्षेत्र में अंतर्गत आने वाली चीन सीमा पर स्थित ये गरतांग गली फिर इस साल के लिए 1 अप्रैल से पर्यटकों के लिए खोल दी गई है। साथ ही इसके दीदार को गंगोत्री नेशनल पार्क प्रशासन ने शुल्क निर्धारित कर रखा है।
गरतांग गली में प्रवेश के लिए फिस
प्रशासन ने गरतांग गली में प्रवेश के लिए 2 प्रकार के शुल्क को निर्धारित किया है। एक तो भारतीय पर्यटकों के लिए दूसरा विदेशी पर्यटकों के लिए। भारतीय पर्यटकों के लिए 150 रुपये का शुल्क निर्धारित है। वहीं, विदेशी पर्यटकों को यहां आने के लिए 600 रुपए के हिसाब से शुल्क देना होगा। गरतांग गली जाने के लिए उत्तरकाशी कोटबंगला स्थित पार्क के कार्यालय और भैरव घाटी बैरियर पर सिर्फ ऑफलाइन अनुमति मिलेगी।
गरतांग गली बेहद संकरा और जोखिम भरा रास्ता है। 1962 के युद्ध के बाद बंद होने से देखरेख के अभाव में यह जर्जर हो गया था। नेलांग वैली में पर्यटन गतिविधियां शुरू होने के बाद से गरतांग गली पुल पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। वहीं, अब उत्तराखंड सरकार इसे टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाने जा रही है। गरतांग गली अपनी खूबसूरती की वजह से देश और दुनिया के पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय हो रही है। बड़ी संख्या में पर्यटक इसके दीदार के लिए आते हैं। अगर आप भी इंजीनियरिंग के इस नायाब नमूने को देखना चाहते हैं तो चले आइये गरतांग लगी। यहां आपको प्रकृति की खूबसूरती के साथ-साथ फन और एडवेंचर का दोहरा मजा मिलेगा।