मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री आवास परिसर में आयोजित होली मिलन कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने सभी को अबीर-ग़ुलाल लगाते हुए रंगों के पर्व होली की बधाई व शुभकामनाएं दीं। वहीं, चमोली के जिला मुख्यालय गोपेश्वर में गोपीनाथ मंदिर परिसर में बीते सालों की तरह ही होल्यारों ने होली मनाई। गोपेश्वर पुलिस मैदान में पुलिसकर्मियों ने भी एक-दूसरे को रंग लगाकर होली की शुभकामनाएं दीं।
होली मिलन कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों ने भी सीएम को होली की शुभकामनाएं दीं। साथ ही होली से सम्बन्धित पारम्परिक गीत ‘श्याम मुरारी के दर्शन को जब विप्र सुदामा आए हरि, आयो वसंत बहार, शिव शंकर खेले होली, फागुन में खेला होली, शिव के मन माहि बसे काशी’ आदि खड़ी होली के गीत गाते हुए एक-दूसरे को बधाई दी। इस उल्लास भरे उत्सव के अवसर पर सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट और अन्य लोग उपस्थित रहे।
चमोली में होली का पर्व धूमधाम से मनाया गया। गोपीनाथ मंदिर परिसर में होली खेलने की पुरानी परंपरा है। यहां भगवान गोपीनाथ को गुलाल चढ़ाने के बाद मंदिर परिसर में होली खेली जाती है। गोपेश्वर नगर क्षेत्र व आसपास के गांवों के लोग एकत्रित होकर गोपीनाथ मंदिर परिसर में एक-दूसरे को गुलाल लगाकर और नाच-गाने के साथ होली का पर्व मनाते हैं।
गोपीनाथ मंदिर की मान्यता
गोपीनाथ मंदिर की मान्यता है कि पुराने समय में एक बार भगवान शिव को गोपियों के बीच रासलीला रचाने की इच्छा हुई. इसी स्थान से भगवान शिव गोपी रूप धारण कर वृंद्धावन पहुंचे। लेकिन, गोपियों के बीच भगवान श्रीकृष्ण ने गोपी रूप धारण किए भगवान शिव को पहचान लिया और भगवान शिव को गोपीनाथ नाम से उद्घोष किया. इसके बाद से भगवान शिव को गोपेश्वर के गोपीनाथ मंदिर में पूजा जाता है। काशीपुर में भी होली मिलन समारोह का आयोजन हुआ।