केंद्र सरकार ने सिटिजनशिप अमेंडमेंट एक्ट यानी CAA का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इसके साथ ही यह कानून देशभर में लागू हो गया है। इससे पाकिस्तान, बांग्लादेश अफगानिस्तान से आए गैर-मुस्लिम शरणार्थियों को नागरिकता मिलने का रास्ता साफ हो गया है। CAA के लागू होने के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की प्रतिक्रिया भी सामने आई है।
सीएम धामी का कहना है कि सीएए एक ऐतिहासिक कदम था। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जिस प्रकार से धारा 370 समाप्त हुआ और कश्मीर भारत का अभिन्न अंग बना। यही नहीं, अयोध्या में भगवान राम की प्राण-प्रतिष्ठा के साथ ही भव्य और दिव्य मंदिर बना। इसी प्रकार से बांग्लादेश, अफगानिस्तान और पाकिस्तान में रहने वाले लोगों के साथ जो अत्यचार हुआ, उन्हें अब भारत की नागरिकता मिल जाएगी। यह कानून पीड़ित लोगों के लिए बनाया गया था। सीएम धामी ने कहा कि इसके लिए प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को धन्यवाद देता हूं।
वहीं, हरिद्वार के साधु-संतों ने भी मोदी सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। सीएए लागू होने के बाद साधु-संतों ने कहा कि इस कानून के लागू होने के बाद अन्य देशों में उपेक्षित हिंदुओं को भारत की नागरिकता मिलेगी। पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर होने वाली प्रताड़ना पर रोक लगेगी। इसके साथ ही साधु-संतों ने ये भी कहा कि 1947 में हुए भारत विभाजन के बाद हिंदुओं को कहीं भी शरण नहीं मिल रही थी। लेकिन, मोदी सरकार ने अब साहसिक कदम उठाकर सीएए लागू कर दिया है। अब अन्य देशों में शरणार्थी हिंदू फिर से भारत वापसी करेंगे। इस साहसिक कदम के लिए वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हैं।