मसूरी जॉर्ज एवरेस्ट से संचालित हेली सेवा कंपनी ने मसूरी जॉर्ज एवरेस्ट वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी और विनोग हिल के ऊपर से हेली सेवा को संचालित करने को लेकर वन विभाग से किसी प्रकार की अनुमति नहीं ली। इसका खुलासा आरटीआई के माध्यम से प्राप्त जानकारी से हुआ। वहीं, वन विभाग ने विनोग हिल और वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी के ऊपर से संचालित की जा रही हेली सेवा कंपनी के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया है।
मसूरी वन विभाग के डीएफओ वैभव कुमार ने बताया क़ि उनके संज्ञान में आया है कि जॉर्ज एवरेस्ट में हेली कंपनी द्वारा बिना वन विभाग की अनुमति के मसूरी जॉर्ज एवरेस्ट वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी और विनोग हिल से ऊपर से हेलिकॉप्टर उड़ाया जा रहा है। इसको लेकर उन्होंने अपने अधिकारियों से जांच कराई। इसमें स्पष्ट हुआ कि हेली सेवा कंपनी नियमों को ताक पर रखकर मसूरी जॉर्ज एवरेस्ट वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी और विनोग हिल के ऊपर से हेलिकॉप्टर उड़ाया जा रहा था, जिसको लेकर वन क्षेत्र अधिकारी ने वाइल्डलाइफ एक्ट में संबंधित कंपनी के खिलाफ केस दर्ज किया है।
उन्होंने कहा कि संबंधित कंपनी को वन विभाग द्वारा नोटिस दिया गया है। साथ ही मसूरी में संचालित हेलिकॉप्टर की डिटेल्स भी मांगी गई है। यह भी बताया गया है कि अगर वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी और विनोग हिल के ऊपर से हेलिकॉप्टर का संचालन नियमित रूप से करना है तो उसके लिए उनको चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन की अनुमति लेनी होगी। उन्होंने कहा कि हेलिकॉप्टर कंपनी को लीगल नोटिस देकर स्पष्ट रूप से कहा गया है कि अगर उनको हेलिकॉप्टर सेवा जारी रखनी है तो चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन ऑफिस से अनुमति लानी होगी।