Uttarakhand Monsoon Session: उत्तराखंड के गैरसैंण में मानसून सत्र बुधवार से शुरू हो गया। पहले दिन संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल ने तीन विधेयक पेश किए। सत्र सुबह 11 बजे शुरू हुआ। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने सदन संचालन के लिए कार्यमंत्रणा समिति की सिफारिशों से सदन को अवगत कराया। इसके बाद सत्तापक्ष और विपक्ष ने दिवंगत विधायकों को याद कर श्रद्धांजलि दी।
विधानसभा में केदारनाथ सीट से विधायक शैलारानी रावत और चंपावत सीट से पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी के निधन पर शोक जताया गया। शोक प्रस्ताव से सदन की कार्यवाही शांतिपूर्ण ढंग से चली। सीएम पुष्कर सिंह धामी, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, मंत्री सतपाल महाराज, धन सिंह रावत, रेखा आर्य, सुबोध उनियाल सहित पक्ष और विपक्ष के विधायकों ने शोक जताया।
विधानसभा सत्र में ये विधेयक हुए पेश
- उत्तराखंड लोक तथा निजी संपत्ति क्षति वसूली अध्यादेश-2024
- उत्तराखंड (उत्तर प्रदेश नगर निगम अधिनियम 1959) संशोधन अध्यादेश-2024
- उत्तराखंड (उत्तर प्रदेश नगर पालिका अधिनियम 1916) संशोधन अध्यादेश-2024
कांग्रेस के विधायक गुरुवार को सत्र के दौरान देशव्यापी ईडी कार्यालय के घेराव का समर्थन करते हुए दिखेंगे। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि सरकार द्वारा ED का दुरुपयोग किया जा रहा है, इसलिए विधानसभा भवन के अंदर कांग्रेस के विधायक धरना-प्रदर्शन और अनशन करेंगे।
बता दें, सेबी प्रमुख के खिलाफ हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद देश में सियासी हंगामा मचा हुआ है। इस रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस और विपक्ष सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच को पद से हटाए जाने की मुहिम छेड़ चुके हैं। इसे लेकर कांग्रेस ने देशव्यापी विरोध-प्रदर्शन का एलान किया है। वहीं, कांग्रेस 22 अगस्त को पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करते हुए ईडी दफ्तरों का घेराव करेगी।
हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट आने के बाद विपक्षी पार्टियां सेबी चीफ माधबी पुरी बुच के इस्तीफे और अडानी ग्रुप से जुड़े मामले में जेपीसी की मांग कर रही हैं। वहीं, सत्र के पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा ने अडानी मामले की जांच जेपीसी से कराने की मांग की थी। कांग्रेस नेता माहरा ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट को इस मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए अपने स्तर से जांच करानी चाहिए।
हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया है कि सेबी चेयरपर्सन और उनके पति का अडानी के साथ कनेक्शन रहा है, जिससे अडानी के खिलाफ सेबी की जांच प्रभावित हुई है।
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बता दें, आज सत्र के पहले दिन पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत गैरसैंण में 1 घंटे उपवास पर बैठे। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गैरसैण के विभिन्न गांवों से आए मंगल दलों के साथ गैरसैंण मार्केट से रामलीला मैदान गैरसैंण तक रैली निकाली।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि सरकार की गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने की कोई मंसा नहीं है। उन्होंने सरकार पर स्वास्थ्य सुविधा, सड़क के अभाव को लेकर जमकर निशाना भी साधा। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि अगर 2027 में उनकी सरकार आती है तो वह गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाएंगे। मानसून सत्र के पहले दिन सदन में दिवगंत विधायकों को श्रद्धांजलि दी गई।
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