Uttarakhand Foundation Day: उत्तराखंड राज्य आज 24 वर्ष पूरे कर 25वें साल में प्रवेश कर चुका है। विकास के नाम पर यहां कई महत्वपूर्ण योजनाएं भी बनीं, लेकिन क्या उत्तराखंड के आंदोलनकारियों ने जिस उद्देश्य से इस राज्य की मांग की थी, क्या वह पूरा हुआ?
राज्य आंदोलनकारी विष्णु पाल सिंह रावत ने कहा कि अगर बात की जाए सीमांत जनपद उत्तरकाशी की तो आज भी यहां कई ऐसे गांव हैं, जिनको आज भी सड़क का इंतजार है। वहीं, कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां आज भी मोबाइल कनेक्टिविटी नहीं है।
यमनोत्री के पूर्व विधायक केदार सिंह रावत ने कहा कि उत्तरकाशी के मोरी विकास खंड की बात करें तो वहां के निवासियों को आज भी विकास का इंतजार है। वहीं, गंगोत्री क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाओं के बीच यहां ईको सेंसिटिव जोन के कारण विकास में बाधा पैदा हो रही है। सीमांत जनपद उत्तरकाशी के राज्य आंदोलनकारी भी सरकार के आजतक भू कानून और मूल निवास लागू न करने पर ख़ुश नहीं दिखाई दे रहे हैं।
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कुल मिलाकर देखा जाए तो सरकार विकास के वादे तो इन 24 साल में कर रही है, लेकिन यह विकास पहाड़ी जनपदों में कहीं न कहीं पिछड़ता नजर आ रहा है।
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