Uttarakhand Forest Fire : हरिद्वार वन विभाग के कर्मचारी अब उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग को बुझाने का काम करेंगे। बुधवार को वन विभाग के कर्मचारियों का एक दल पहाड़ के लिए रवाना हो गया है। रवानगी से पहले हरिद्वार के डीएफओ वैभव सिंह ने सभी कर्मचारियों को ब्रीफ किया और उन्हें आग बुझाने के काम में लाए जाने वाले फायर उपकरण भी दिए।
डीएफओ वैभव सिंह ने बताया कि वनकर्मियों की सात टीमों को पौड़ी और टिहरी जिले के जंगलों में तैनात किया जाएगा। हरिद्वार में अभी तक एक भी वन अग्नि का मामला सामने नहीं आया है और भविष्य में आग लगने की सूचना मिलती है तो आग बुझाने के लिए उन्होंने पर्याप्त इंतजाम किए हुए हैं। बता दें, सात सदस्यीय टीमों में एक टीम महिला वनकर्मियों की भी शामिल है, जो जंगलों की आग बुझाने में साहसिक भूमिका निभाएंगी।
डीएफओ वैभव सिंह ने बताया कि हरिद्वार में वन अग्नि के संबंध में संवेदनशील क्षेत्र माने जाने वाले श्यामपुर के चंडी देवी क्षेत्र को ड्रोन के माध्यम से देखा गया था। अब समय-समय पर ड्रोन और विशेष टीम का सहारा भी लिया जा रहा है। इसी का परिणाम है कि अब तक हरिद्वार में कोई भी वन अग्नि की घटना देखने को नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन से 10 पीआरडी जवान भी मांगे गए थे, जोकि मिल गए हैं। उन्हें संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि पूरे गर्मी के सीजन में किसी भी तरह की वन अग्नि की घटना हरिद्वार में न हो।
अग्निशमन विभाग का लिया जाएगा सहारा
वैभव कुमार सिंह ने बताया कि यदि आवश्यकता पड़ती है तो हरिद्वार में अग्निशमन विभाग का भी सहारा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हरिद्वार के मुख्य अग्निशमन अधिकारी से लगातार बात हो रही है। बताया कि जहां तक फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंच सकेंगी, वहां तक आग लगने की स्थिति में उनका उपयोग किया जाएगा। इसी के साथ उन्होंने बताया कि कई उपकरण अग्निशमन विभाग के पास ऐसे हैं, जिनसे जंगल में लगने वाली आग पर भी काबू पाया जा सकता है। उनका सहारा भी इस बार लिया जाएगा।