Fighter Angad Bisht: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग के रहने वाले अंगद बिष्ट ने चीन में चल रही विश्व की सबसे खतरनाक फाइट MMA को जीत कर नया कीर्तिमान बना दिया है। अपने शानदार पैंतरे से अंगद बिष्ट ने चीन में आयोजित Road To UFC मुकाबले में फिलीपींस के जॉन अल्मांजा को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया है। अंगद मौजूदा समय में देहरादून में रहकर एक ट्रेनिंग सेंटर चलाते हैं। इससे पूर्व अंगद कई वर्ल्ड चैंपियनशिप भी जीत चुके हैं।
चीन में रविवार को फ्लाईवेट कैटेगरी में मुकाबला हुआ। पूरे मुकाबले के दौरान अंगद अपने प्रतिद्वंद्वी फिलीपींस के जॉन पर हावी रहे। अंगद ने सामने वाले की एक भी न चलने दी। गेम पूरा होने से पहले ही अंगद के वार और फुर्ती को देखकर रेफरी ने टेक्निकल नॉकआउट फैसला लेकर अंगद के पक्ष में फैसला दिया। इस फाइट को जीतने के बाद अंगद अब सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं। अब उनका मुकाबला कोरिया के रेसलर चाई डोंग हुन से होगा।
https://www.instagram.com/reel/C7JqaWBprhu/?utm_source=ig_web_copy_link
साधारण परिवार से हैं अंगद
अंगद बहुत ही आम परिवार से संबंध रखते हैं। उनके पिता ने भी एक आम आदमी की तरह बेटे के डॉक्टर बनने या मेडिकल की पढ़ाई का सपना देखा, लेकिन बेटे के इस फैसले से वह शुरूवात में बेहद ही डर गए थे, लेकिन अब जब बेटे ने कई कीर्तिमान रच दिए तो हर किसी को अंगद पर नाज है। रुद्रप्रयाग के पट्टी धनपुर के चिंग्वाड गांव के रहने वाले अंगद बिष्ट फ्री स्टाइल फाइटर हैं। उनके पिता मोहन सिंह बिष्ट मिठाई की दुकान चलाते हैं। अंगद पढ़ाई में भी काफी होनहार रहे। बचपन में डॉक्टर बनने का ख्वाब देखते थे और यही चाहते थे कि बड़े होकर इसी क्षेत्र में लोगों की सेवा करें।
उत्तराखंड में देते हैं कोचिंग
अंगद ने उत्तराखंड में अपने ही जैसे कई एथलीट को तैयार किया है। अंगद ब्लैक बेल्ट विजेता हैं और वे अपना कोचिंग सेंटर देहरादून में चलाते हैं। अंगद कहते हैं कि उन्हें दुख होता है कि आज उत्तराखंड के बहुत से युवा गलत दिशा में जा रहे हैं। काम के नाम पर बस गांव तक ही सीमित रहते हैं।
ये अवार्ड जीत चुके हैं अंगद
अंगद ने इससे पूर्व 2018 में सुपर फाइट लीग जीती, 2019 में ब्रेव कॉम्बेट फेडरेशन फाइट जीती, 2021 में मैट्रिक्स फाइट नाइट का खिताब अपने नाम किया। दुबई में फर्स्ट फ्लाइवेट चैंपियनशिप भी जीती। अंगद इस समय 60 से अधिक युवाओं को ट्रेनिंग भी दे रहे हैं।