Uttarakhand Azad Maidan: उत्तरकाशी का हार्ट जिसे आजाद मैदान व रामलीला मैदान के रूप में भी जाना जाता है, 23 साल पहले वरुणावत पर्वत से हुए भूस्खलन से यहां की दिशा और दशा ही बदल गई थी। €भूस्खलन के कारण यहां सैकड़ों होटल दब गए थे, लेकिन आजाद मैदान उस त्रासदी में भी जनपद की प्रतिभाओं के भविष्य के लिए तैयार रहा।
नगर पालिका के ईओ स्वेता चित्रवाण ने बताया कि कुछ समय बाद ठेकेदारी के कारण मैदान में हजारों टन मलबा डंप कर दिया गया। मैदान के सौन्दर्यीकरण के लिए नगर पालिका ने यहां लगभग तीस लाख रुपये की घास भी बिछाईं थी, लेकिन घास भी गायब हो गई। आजाद मैदान जनपद उत्तरकाशी के आंदोलनों व संस्कृति का गावाह है। जनपद का प्रसिद्ध माघ मेला यहीं पर मनाया जाता है। इसके अलावा बड़े-बड़े कार्यक्रम भी इसी मैदान पर होते हैं।
नगर पालिका के ईओ ने बताया कि विगत कई सालों से पार्किंग की व्यवस्था न होने के कारण यहां पर चारधाम यात्रा के लिए पार्किंग की व्यवस्था की जा रही है, जिससे इस मैदान का बुरा हाल हो गया है। बाकी जो रही सही कसर थी, उसे सब्जी मंडी ने पूरी कर दी। अब यहां से सब्जी मंडी को दूसरी जगह शिफ्ट करने के लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बड़ा बजट दे दिया है।
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अब सब्जी मंडी की जगह पर पार्किंग की जाएगी। आजाद मैदान पर केवल खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रम ही आयोजित होंगे। इससे यहां के लोगों में खुशी का माहौल है। लगभग 23 साल बाद यह मैदान उसी रूप में दिखाई देगा, जिसकी कल्पना यहां के लोगों ने की थी।
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