Ram Navami 2024 Surya Tilak: रामनवमी के मौके पर अयोध्या स्थित राम मंदिर में रामलला का सूर्य तिलक किया गया। दोपहर के समय सूर्य की किरणें भगवान राम के माथे पर पड़ रही थीं। इस अद्भुत नजारों को जिसने भी देखा तो बस देखता ही रहा गया।
सीएम योगी ने शेयर किया वीडियो
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूर्य तिलक का वीडियो ‘एक्स’ पर शेयर किया है। इस वीडियो में उन्होंने कहा कि सूर्यकुल भूषण श्री रामलला के ललाट पर सुशोभित भव्य सूर्य तिलक आज अखिल राष्ट्र को अपने सनातन गौरव से आलोकित कर रहा है।
रामलला का कैसे हुआ सूर्य तिलक?
बता दें कि राम मंदिर में दर्पण और लेंस से जुड़ी एक विस्तृत प्रणाली के माध्यम से रामलला का सूर्य तिलक संभव हो पाया है। दोपहर के समय सूर्य की किरणें सीधे गर्भगृह में विराजमान रामलला के ललाट पर पड़े, इसके लिए पहले ही सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थीं।
22 जनवरी को राम मंदिर का हुआ उद्घाटन
अयोध्या में 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राम मंदिर का उद्घाटन करने के बाद यह पहली रामनवमी है। इस मौके पर रामलला को 56 प्रकार का भोग लगाया गया। पीएम मोदी ने कहा कि दिव्य-भव्य राम मंदिर में राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद ये पहली रामनवमी है, जिसमें प्रभु श्री राम के सूर्य तिलक का अलौकिक अवसर भी आया है। दुनियाभर के राम भक्तों से मेरा आग्रह है कि वे इस अद्भुत क्षण का साक्षी जरूर बनें।
राम मंदिर के मुख्य पुजारी ने क्या कहा?
राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि उत्सव की सभी व्यवस्थाएं श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के द्वारा की जा रही हैं। ट्रस्ट सजावट का प्रबंधन भी कर रहा है।
रामलला को पंचामृत से कराया गया स्नान
सत्येंद्र दास ने बताया कि रामलला को पीले कपड़े पहनाए गए हैं। इसके बाद उन्हें पंचामृत से स्नान कराया गया। चार-पांच प्रकार की पंजीरी बनाई गई है।
ट्रस्ट ने शेयर की रामलला के दिव्य श्रृंगार और अभिषेक की तस्वीरें
ट्रस्ट ने अपने ‘एक्स’ अकाउंट पर रामलला का दिव्य अभिषेक करते हुए पुजारियों की तस्वीरें भी पोस्ट की है। इसके साथ ही ट्रस्ट ने रामलला के दिव्य श्रृंगार की भी फोटो पोस्ट की है।
100 एलईडी स्क्रीन पर किया गया सूर्य तिलक का प्रसारण
बता दें कि रामलला के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में भक्त अयोध्या पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने पवित्र सरयू नदी में डुबकी भी लगाई। मंदिर में दर्शन सुबह 3:30 बजे से शुरू हो गए थे। सूर्य तिलक का प्रसारण पूरे शहर में लगभग 100 एलईडी स्क्रीन पर किया गया।