Chardham Yatra 2024 : उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है। इसके साथ ही तीर्थ यात्रियों का उत्तराखंड आने का सिलसिला लगातार जारी है। सरकार की तमाम तैयारियों के बीच क्राउड मैनेजमेंट जैसी समस्या भी सामने आ रही है। दरअसल, यमुनोत्री धाम में पहले ही दिन 12000 से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने के बाद से ही भीड़ को लेकर सवालों का सिलसिला शुरू हो गया। यही नहीं, सोशल मीडिया पर भी एक वीडियो वायरल होने लगा। इसके बाद पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज का बयान सामने आया।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि धामों में जगह सीमित है और सभी लोग वहां रहना चाहते हैं। पट खुलने के दौरान स्थानीय निवासी अपनी परंपराओं के अनुसार धामों में देव डोलिया लेकर पहुंचते हैं और पूजा-अर्चना करते हैं। इसके साथ ही पर्यटन मंत्री ने यमुनोत्री धाम में भीड़ को लेकर वायरल हुए वीडियो को लेकर कहा कि धामों का वीडियो वायरल कर धार्मिक स्थानों को बदनाम नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि समयानुसार सभी व्यवस्थाएं रेगुलेट हो जाएंगी। कहा कि यहां पर विषम परिस्थितियां हैं। उन्होंने कहा कि डीएम को निर्देशित किया गया है कि क्राउड को रेगुलेट किया जाए। कहा कि जल्द ही क्राउड मैनेजमेंट की स्थिति सामान्य हो जाएगी।
टिहरी में चारधाम यात्रा मार्ग पर हैंडपंप बदहाल
टिहरी जिले में भी चारधाम यात्रा को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, लेकिन यात्रा रूटों पर स्थापित हैंडपंप विभागीय अनदेखी के चलते बदहाल हालत में हैं। कुछ हैंडपंप तो वर्षों से मरम्मत का इंतजार कर रहे हैं। बता दें, यात्रा मार्गों पर सफर करने वाले लोगों को पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध हो सके और गर्मी में पेयजल व्यवस्था सुचारू बनी रहे इसके लिए सरकार ने जगह-जगह हैंडपंप स्थापित किए हैं। वहीं, हैंडपंपों की दुर्दशा के चलते यात्रियों को पीने के पानी के लिए भटकना पड़ता है।
चारधाम यात्रा मार्ग पर ऋषिकेश से चंबा तक अधिकतर प्राकृतिक जल स्रोत सूख चुके हैं। ऋषिकेश चंबा मार्ग पर स्थापित अधिकतर हैंडपंप या तो चल नहीं रहे या फिर जो चल रहे हैं वह दूषित पानी दे रहे हैं। वहीं, अधिशासी अभियंता जल संस्थान प्रशांत भारद्वाज का कहना है कि जनपद में चारधाम यात्रा मार्ग पर स्थापित हैंडपंप की साफ-सफाई, रंग-रोगन और सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर दी गई हैं।